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सिद्धार्थ-परिणीति की 'जबरिया जोड़ी' ने लखनऊ को बताया बॉलीबुड का दूसरा मुंबई

पिछले साल अगस्त में जबरिया जोड़ी फिल्म की शूटिंग रायबरेली, बाराबंकी समेत लखनऊ में की गई थी. इस साल यह फिल्म रिलीज के लिए तैयार है. इस फिल्म के प्रमोशन के लिए सिद्धार्थ मल्होत्रा और परिणीति चोपड़ा लखनऊ पहुंचे. इस दौरान उन्होंने ईटीवी भारत से बातचीत की.

लखनऊ पहुंचे सिद्धार्थ और परिणीति.
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Published : Jul 28, 2019, 5:51 AM IST

लखनऊ: बॉलीवुड की 'जबरिया जोड़ी' सिद्धार्थ मल्होत्रा और परिणीति चोपड़ा जल्द ही बड़े पर्दे पर नजर आने वाले हैं. अपनी अपकमिंग फिल्म 'जबरिया जोड़ी' के प्रमोशन के सिलसिले में दोनों शनिवार को लखनऊ पहुंचे. इस दौरान उन्होंने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. बातचीत में उन्होंने फिल्म और लखनऊ से जुड़ी तमाम बातें साझा कीं.

लखनऊ पहुंची जबरिया जोड़ी के स्टार सिद्धार्थ और परिणीति.
बॉलीबुड के दूसरा मुंबई बनता जा रहा लखनऊ-

सिद्धार्थ और परिणीति कहते हैं कि शूटिंग के दौरान उन्होंने लखनऊ की सैर भी की है और काफी चीजें अनुभव की हैं. यहां के लोग बेहद प्यारे हैं. लखनऊ में कई फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है और इसमें लगातार इजाफा हो रहा है. ऐसे में फिल्मों के लिहाज से लखनऊ एक बहुत ही महत्वपूर्ण शहर माना जा सकता है. जबरिया जोड़ी के लिए भी हमने लखनऊ में शूट किया, जबकि इसकी कहानी बिहार की है. फिल्मों की संख्या को देखते हुए कहा जा सकता है कि बॉलीबुड के लिए लखनऊ दूसरा मुंबई बनता जा रहा है.

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लखनऊ पहुंचे सिद्धार्थ और परिणीति.

कैसी है फिल्म 'जबरिया जोड़ी'-

फिल्म के बारे में सिद्धार्थ कहते हैं कि यह फिल्म ट्रेजरी और कॉमेडी की पैराडॉक्स है. हमारे समाज के एक बेहद ही महत्वपूर्ण मुद्दे को कॉमेडी के साथ जुड़ा अंदाज में दिखाने की कोशिश की है. यह मुद्दा समाज में लंबे समय से चला आ रहा है, लेकिन इस मुद्दे पर कोई बात नहीं करता. इस लिहाज से यह फिल्म इस मुद्दे पर बात करने की गुंजाइश देती है.

अपनी कैमिस्ट्री पर क्या है सिद्धार्थ-परिणीति का नजरिया-

सिद्धार्थ और परिणीति 'जबरिया जोड़ी' से पहले 'हंसी तो फंसी' में भी एक दूसरे के साथ नजर आ चुके हैं. परिणीति कहती हैं कि 'हंसी तो फंसी' से लोगों का हमें बहुत प्यार मिला. इस फिल्म के दौरान ही हमारे बीच अच्छी दोस्ती हो गई थी. एक साथ फिल्म करने से हम एक-दूसरे के साथ काफी वक्त बिताते हैं. इससे हमारी आपसी समझ बेहद अच्छी हो जाती है. पहली फिल्म के बाद दूसरी फिल्म में काम करना हमारे लिए सहज हो जाता है और हमें ज्यादा परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता.

रियल लोकेशन पर फिल्में शूट करना कितना सही-

रियल लोकेशन शूटिंग के बारे में परिणीति और सिद्धार्थ कहते हैं कि रियल लोकेशन शूटिंग करना फिल्मों के कंटेंट पर आधारित होता है. यह इस बात पर निर्भर रहता है कि फिल्म में कैसा सेट चाहिए. परिणीति कहती हैं कि इस मामले में लखनऊ बेहद अच्छा शहर माना जा सकता है, क्योंकि यहां रियल लोकेशन काफी अच्छी हैं. साथ ही लोगों का साथ भी मिलता है. अगर हमारी लोकल टीम लोगों से रिक्वेस्ट करती है कि वह उन्हें शूटिंग करने दें तो लोग चुपचाप शूटिंग देखते हैं और डिस्टर्ब नहीं करते.

लखनऊ और परिणीति की यादें-

फिल्मों की शूटिंग के दौरान पुरानी यादों को साझा करते हुए परिणीति कहती हैं कि मुझे यहां का खाना बेहद पसंद है. यहां की चाट मुझे दोबारा खानी है. मुझे याद है जब मैं 'लेडीज वर्सेस रिकी बहल' और 'इशकजादे' फिल्म की शूटिंग के समय लखनऊ में थी तो ज्यादातर लोग मुझे पहचानते नहीं थे. इस वजह से मैं आराम से लखनऊ घूमी थी. यहां के बड़ा इमामबाड़ा, रूमी दरवाजा समेत कई जगहों पर गई थी और बहुत सारी अच्छी चीजें भी खाई थी.

लखनऊ: बॉलीवुड की 'जबरिया जोड़ी' सिद्धार्थ मल्होत्रा और परिणीति चोपड़ा जल्द ही बड़े पर्दे पर नजर आने वाले हैं. अपनी अपकमिंग फिल्म 'जबरिया जोड़ी' के प्रमोशन के सिलसिले में दोनों शनिवार को लखनऊ पहुंचे. इस दौरान उन्होंने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. बातचीत में उन्होंने फिल्म और लखनऊ से जुड़ी तमाम बातें साझा कीं.

लखनऊ पहुंची जबरिया जोड़ी के स्टार सिद्धार्थ और परिणीति.
बॉलीबुड के दूसरा मुंबई बनता जा रहा लखनऊ-

सिद्धार्थ और परिणीति कहते हैं कि शूटिंग के दौरान उन्होंने लखनऊ की सैर भी की है और काफी चीजें अनुभव की हैं. यहां के लोग बेहद प्यारे हैं. लखनऊ में कई फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है और इसमें लगातार इजाफा हो रहा है. ऐसे में फिल्मों के लिहाज से लखनऊ एक बहुत ही महत्वपूर्ण शहर माना जा सकता है. जबरिया जोड़ी के लिए भी हमने लखनऊ में शूट किया, जबकि इसकी कहानी बिहार की है. फिल्मों की संख्या को देखते हुए कहा जा सकता है कि बॉलीबुड के लिए लखनऊ दूसरा मुंबई बनता जा रहा है.

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लखनऊ पहुंचे सिद्धार्थ और परिणीति.

कैसी है फिल्म 'जबरिया जोड़ी'-

फिल्म के बारे में सिद्धार्थ कहते हैं कि यह फिल्म ट्रेजरी और कॉमेडी की पैराडॉक्स है. हमारे समाज के एक बेहद ही महत्वपूर्ण मुद्दे को कॉमेडी के साथ जुड़ा अंदाज में दिखाने की कोशिश की है. यह मुद्दा समाज में लंबे समय से चला आ रहा है, लेकिन इस मुद्दे पर कोई बात नहीं करता. इस लिहाज से यह फिल्म इस मुद्दे पर बात करने की गुंजाइश देती है.

अपनी कैमिस्ट्री पर क्या है सिद्धार्थ-परिणीति का नजरिया-

सिद्धार्थ और परिणीति 'जबरिया जोड़ी' से पहले 'हंसी तो फंसी' में भी एक दूसरे के साथ नजर आ चुके हैं. परिणीति कहती हैं कि 'हंसी तो फंसी' से लोगों का हमें बहुत प्यार मिला. इस फिल्म के दौरान ही हमारे बीच अच्छी दोस्ती हो गई थी. एक साथ फिल्म करने से हम एक-दूसरे के साथ काफी वक्त बिताते हैं. इससे हमारी आपसी समझ बेहद अच्छी हो जाती है. पहली फिल्म के बाद दूसरी फिल्म में काम करना हमारे लिए सहज हो जाता है और हमें ज्यादा परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता.

रियल लोकेशन पर फिल्में शूट करना कितना सही-

रियल लोकेशन शूटिंग के बारे में परिणीति और सिद्धार्थ कहते हैं कि रियल लोकेशन शूटिंग करना फिल्मों के कंटेंट पर आधारित होता है. यह इस बात पर निर्भर रहता है कि फिल्म में कैसा सेट चाहिए. परिणीति कहती हैं कि इस मामले में लखनऊ बेहद अच्छा शहर माना जा सकता है, क्योंकि यहां रियल लोकेशन काफी अच्छी हैं. साथ ही लोगों का साथ भी मिलता है. अगर हमारी लोकल टीम लोगों से रिक्वेस्ट करती है कि वह उन्हें शूटिंग करने दें तो लोग चुपचाप शूटिंग देखते हैं और डिस्टर्ब नहीं करते.

लखनऊ और परिणीति की यादें-

फिल्मों की शूटिंग के दौरान पुरानी यादों को साझा करते हुए परिणीति कहती हैं कि मुझे यहां का खाना बेहद पसंद है. यहां की चाट मुझे दोबारा खानी है. मुझे याद है जब मैं 'लेडीज वर्सेस रिकी बहल' और 'इशकजादे' फिल्म की शूटिंग के समय लखनऊ में थी तो ज्यादातर लोग मुझे पहचानते नहीं थे. इस वजह से मैं आराम से लखनऊ घूमी थी. यहां के बड़ा इमामबाड़ा, रूमी दरवाजा समेत कई जगहों पर गई थी और बहुत सारी अच्छी चीजें भी खाई थी.

Intro:नोट सिद्धार्थ मल्होत्रा और परिणीति चोपड़ा के साथ इंटरव्यू एफटीपी द्वारा भेजा जा चुका है। लखनऊ। बॉलीवुड की जबरिया जोड़ी सिद्धार्थ मल्होत्रा और परिणीति चोपड़ा जल्दी बड़े पर्दे पर नजर आने वाले हैं। अपनी अपकमिंग फिल्म 'जबरिया जोड़ी' के प्रमोशन के सिलसिले में दोनों आज लखनऊ आए थे जाना उन्होंने ईटीवी भारत से खास बातचीत की।


Body:वीओ1 पिछले साल अगस्त में जबरिया जोड़ी फिल्म की शूटिंग लखनऊ, रायबरेली, बाराबंकी समेत लखनऊ के कुछ आउटस्कर्ट्स में की गई थी। इस साल यह फिल्म रिलीज के लिए तैयार है। सिद्धार्थ और परिणीति कहते हैं कि शूटिंग के दौरान हमने लखनऊ की सैर भी की है और काफी चीजें अनुभव की है। यहां के लोगों के बारे में एक खास बात है कि यहां के लोग बहुत ज्यादा प्यारे हैं। लखनऊ के बारे में खास बात यह है कि यहां पर कई फिल्मों की शूटिंग हुई है और आगे भी हो रही है। ऐसे में फिल्मों के लिहाज से लखनऊ एक बहुत ही महत्वपूर्ण शहर माना जा सकता है। जबरिया जोड़ी के लिए भी हमने लखनऊ में शूट किया जबकि इसकी कहानी बिहार की है। फिल्म के बारे में सिद्धार्थ कहते हैं कि यह फिल्म ट्रेजरी और कॉमेडी की पैराडॉक्स है। हमारे समाज के एक बेहद महत्वपूर्ण मुद्दे को हमने कॉमेडी के साथ एक अलग ढंग से दिखाने की कोशिश की है। खास बात यह भी है कि यह मुद्दा समाज में लोग समझते भी हैं और यह मुद्दा चला भी आ रहा है लेकिन इस मुद्दे पर कोई बात नहीं करता इसीलिए हमने इस पर फिल्म बनाई है। सिद्धार्थ और परिणीति जबरिया जोड़ी से पहले हंसी तो फंसी में भी एक दूसरे के साथ नजर आ चुके हैं। ऐसे में परिणीति कहती हैं कि 'हंसी तो फंसी' से लोगों का हमें बहुत सारा प्यार मिला। दूसरी बात यह भी है कि इससे हम एक दूसरे के साथ काफी वक्त बिताते हैं। इससे हमारी आपसी समझ बेहद अच्छी हो जाती है। पहली फिल्म के बाद दूसरी फिल्म में काम करना हमारे लिए सहज हो जाता है और हमें ज्यादा परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता। रियल लोकेशन शूटिंग के बारे में परिणीति और सिद्धार्थ कहते हैं रियल लोकेशन शूटिंग करना फिल्मों के कंटेंट पर आधारित होता है कि फिल्म में कैसा सेट चाहिए। परिणीति कहती हैं कि इस मामले में लखनऊ बेहद अच्छा शहर माना जा सकता है क्योंकि यहां पर रियल लोकेशन काफी अच्छी है और साथ ही लोगों का साथ भी मिलता है अगर हमारी लोकल टीम लोगों से रिक्वेस्ट करती है कि वह उन्हें शूटिंग करने दें तो लोग चुपचाप सब शूटिंग देखते हैं डिस्टर्ब नहीं करते। अपनी पुरानी फिल्मों की शूटिंग के दौरान अपनी यादों को साझा करते हुए परिणीति कहती हैं कि मुझे यहां का खाना बेहद पसंद है। यहां की चाट मुझे दोबारा खानी है। मुझे याद है जब मैं 'लेडीज वर्सेस रिकी बहल' और 'इशकजादे' फिल्म की शूटिंग के समय लखनऊ में थी तो ज्यादातर लोग मुझे पहचानते नहीं थे। इस वजह से मैं आराम से लखनऊ घूमी थी। यहां के बड़ा इमामबाड़ा, रूमी दरवाजा समेत कई जगहों पर गई थी और बहुत सारी अच्छी चीजें भी खाई थी। इस बार तो हमारे पास टाइम नहीं है लेकिन हां, हम यहां के बाटी चोखा का लुत्फ तो जरूर लेंगे।


Conclusion:ईटीवी भारत के दर्शकों से अपील करते हुए सिद्धार्थ और परिणीति कहते हैं कि 2 अगस्त को वह सब फिल्म देखने जाएं। अपने समय निकालकर जाए और जो समय न निकाल रहा हो उसे जबरिया इस फिल्म को दिखाने ले जाएं। नोट- परिणीति और सिद्धार्थ मल्होत्रा के साथ इंटरव्यू एफटीपी द्वारा भेजा जा चुका है। रामांशी मिश्रा
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