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अमेरिका, कनाडा या ऑस्ट्रेलिया में करना चाहते हैं MBA? जानिए कितना आएगा खर्च - MBA IN AMERICA CANADA OR AUSTRALIA

ग्रेजुएशन के बाद विदेश जा कर MBA करने के बारे में सोच रहे हैं? लेकिन समझ नहीं आ रहा कि किस देश में जाएं? जानिए

MBA in TOP UNIVERSITIES IN ABROAD
प्रतीकात्मक तस्वीर (Getty image)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jan 14, 2025, 2:26 PM IST

Updated : Jan 14, 2025, 2:32 PM IST

हैदराबाद: ग्रेजुएशन के बाद, विदेशों से MBA की डिग्री हासिल करना एक लोकप्रिय कैरियर विकल्प बन गया है. विदेश मंत्रालय (MEA) के 2022 के आंकड़ों के अनुसार, अमेरिका, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया में सबसे अधिक भारतीय छात्र उच्च शिक्षा के लिए जाते हैं. अमेरिका में 4.65 लाख से अधिक भारतीय छात्र पढ़ रहे हैं, इसके बाद कनाडा में 1.83 लाख छात्र पढ़ रहे हैं, आस्ट्रेलिया में इनकी संख्या एक लाख से कुछ अधिक है, तथा यूनाइटेड किंगडम (यू.के.) में इनकी संख्या 55,000 से अधिक है. इससे पता चलता है कि ये तीनों देश उच्च शिक्षा के लिए भारतीय छात्रों के लिए पसंदीदा हैं. तो चलिए... जानते हैं यहां की विश्वविद्यालयों और लगने वाली खर्च के बारे में.

संयुक्त राज्य अमेरिका (USA)
संयुक्त राज्य अमेरिका में दुनिया के कुछ सर्वश्रेष्ठ रैंक वाले विश्वविद्यालय हैं, जिनमें स्टैनफोर्ड, व्हार्टन, हार्वर्ड, एमआईटी, कोलंबिया, नॉर्थवेस्टर्न और यूसी बर्कले शामिल हैं. भारतीय छात्र MBA की डिग्री प्राप्त करने के लिए इन विश्वविद्यालयों का रुख करते हैं.

अमेरिका में MBA की पढ़ाई की लागत काफी अधिक हो सकती है. एक औसत MBA कार्यक्रम की लागत 1.09 करोड़ से 2.18 करोड़ रुपये के बीच हो सकती है. उदाहरण के लिए, स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में एक वर्ष की ट्यूशन फीस लगभग $82,455 है, जबकि रहने के खर्च (₹19,000), आवास (₹20,880), चिकित्सा बीमा (₹7,620) और स्वास्थ्य शुल्क (₹783) सहित कुल लागत लगभग $130,746, यानि 1.13 करोड रुपये तक हो जाती है. दो साल के MBA के लिए, यह लागत दोगुनी हो सकती है. वहीं, अमेरिका में एफ-1 वीजा पर आने वाले अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को कक्षाएं चलने पर प्रति सप्ताह 20 घंटे तक और कक्षाएं न चलने पर प्रति सप्ताह 40 घंटे तक काम करने की अनुमति है.

कनाडा
कनाडा में भी भारतीय छात्रों की संख्या काफी तेजी से बढ़ रही है. कई भारतीय छात्र कनाडा में MBA करना पसंद करते हैं, क्योंकि यहां कुछ बेहतरीन विश्वविद्यालय हैं, जिनमें क्वींस विश्वविद्यालय, टोरंटो विश्वविद्यालय, वाटरलू विश्वविद्यालय, यॉर्क विश्वविद्यालय और मैकगिल विश्वविद्यालय शामिल हैं. कनाडा में MBA की लागत अमेरिका की तुलना में थोड़ी कम है

मैकगिल विश्वविद्यालय में MBA करने के लिए भारतीय छात्रों को लगभग $1,02,500 की ट्यूशन फीस देनी पड़ती है, इसके साथ ही $3,000 इंटरनेशनल स्टडी ट्रिप के लिए देने होंगे. जीवन यापन की लागत में $24,000 और जोड़े जा सकते हैं. कुल मिलाकर, MBA की कुल लागत लगभग $1,29,500 होगी, जो भारतीय छात्रों के लिए लगभग ₹80 लाख (1,29,500 x 60.23) है. यहां छात्रों को प्रति सप्ताह 20 घंटे तक काम करने की अनुमति है.

ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया में MBA की लागत संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा की तुलना में थोड़ी कम है. यहां भी कई प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय हैं. एमबीए के लिए ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष विश्वविद्यालयों में मेलबर्न विश्वविद्यालय, क्वींसलैंड, सिडनी, वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया, कैनबरा, वोलोंगोंग और विक्टोरिया विश्वविद्यालय आदि शामिल हैं.

जानकारी के अनुसार, सिडनी विश्वविद्यालय में एक वर्ष के एमबीए की फीस 55,000 डॉलर है. 1.5 वर्ष के एमबीए की कुल लागत 82,500 डॉलर होगी. 1.5 वर्ष के लिए जीवन-यापन का खर्च ($2000 प्रति माह) $36,000 हो जाता है. अतः कुल लागत 82,500 + 36,000 = $1,18,500 है. जब आप इसे भारतीय मुद्रा में परिवर्तित करते हैं (1$ बराबर ₹53.64 की दर से) तो कुल लागत ₹63.56 लाख हो जाती है. अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को प्रत्येक पखवाड़े 48 घंटे तक काम करने की अनुमति है, अर्थात जब विश्वविद्यालय सत्र चल रहा हो तो उन्हें प्रत्येक सप्ताह 24 घंटे काम करने की अनुमति है.

यह भी पढ़ें- सुप्रीम कोर्ट में लॉ ग्रेजुएट्स की नौकरी के बेहतरीन मौके, 80 हजार तक मिलेगी सैलरी

हैदराबाद: ग्रेजुएशन के बाद, विदेशों से MBA की डिग्री हासिल करना एक लोकप्रिय कैरियर विकल्प बन गया है. विदेश मंत्रालय (MEA) के 2022 के आंकड़ों के अनुसार, अमेरिका, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया में सबसे अधिक भारतीय छात्र उच्च शिक्षा के लिए जाते हैं. अमेरिका में 4.65 लाख से अधिक भारतीय छात्र पढ़ रहे हैं, इसके बाद कनाडा में 1.83 लाख छात्र पढ़ रहे हैं, आस्ट्रेलिया में इनकी संख्या एक लाख से कुछ अधिक है, तथा यूनाइटेड किंगडम (यू.के.) में इनकी संख्या 55,000 से अधिक है. इससे पता चलता है कि ये तीनों देश उच्च शिक्षा के लिए भारतीय छात्रों के लिए पसंदीदा हैं. तो चलिए... जानते हैं यहां की विश्वविद्यालयों और लगने वाली खर्च के बारे में.

संयुक्त राज्य अमेरिका (USA)
संयुक्त राज्य अमेरिका में दुनिया के कुछ सर्वश्रेष्ठ रैंक वाले विश्वविद्यालय हैं, जिनमें स्टैनफोर्ड, व्हार्टन, हार्वर्ड, एमआईटी, कोलंबिया, नॉर्थवेस्टर्न और यूसी बर्कले शामिल हैं. भारतीय छात्र MBA की डिग्री प्राप्त करने के लिए इन विश्वविद्यालयों का रुख करते हैं.

अमेरिका में MBA की पढ़ाई की लागत काफी अधिक हो सकती है. एक औसत MBA कार्यक्रम की लागत 1.09 करोड़ से 2.18 करोड़ रुपये के बीच हो सकती है. उदाहरण के लिए, स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में एक वर्ष की ट्यूशन फीस लगभग $82,455 है, जबकि रहने के खर्च (₹19,000), आवास (₹20,880), चिकित्सा बीमा (₹7,620) और स्वास्थ्य शुल्क (₹783) सहित कुल लागत लगभग $130,746, यानि 1.13 करोड रुपये तक हो जाती है. दो साल के MBA के लिए, यह लागत दोगुनी हो सकती है. वहीं, अमेरिका में एफ-1 वीजा पर आने वाले अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को कक्षाएं चलने पर प्रति सप्ताह 20 घंटे तक और कक्षाएं न चलने पर प्रति सप्ताह 40 घंटे तक काम करने की अनुमति है.

कनाडा
कनाडा में भी भारतीय छात्रों की संख्या काफी तेजी से बढ़ रही है. कई भारतीय छात्र कनाडा में MBA करना पसंद करते हैं, क्योंकि यहां कुछ बेहतरीन विश्वविद्यालय हैं, जिनमें क्वींस विश्वविद्यालय, टोरंटो विश्वविद्यालय, वाटरलू विश्वविद्यालय, यॉर्क विश्वविद्यालय और मैकगिल विश्वविद्यालय शामिल हैं. कनाडा में MBA की लागत अमेरिका की तुलना में थोड़ी कम है

मैकगिल विश्वविद्यालय में MBA करने के लिए भारतीय छात्रों को लगभग $1,02,500 की ट्यूशन फीस देनी पड़ती है, इसके साथ ही $3,000 इंटरनेशनल स्टडी ट्रिप के लिए देने होंगे. जीवन यापन की लागत में $24,000 और जोड़े जा सकते हैं. कुल मिलाकर, MBA की कुल लागत लगभग $1,29,500 होगी, जो भारतीय छात्रों के लिए लगभग ₹80 लाख (1,29,500 x 60.23) है. यहां छात्रों को प्रति सप्ताह 20 घंटे तक काम करने की अनुमति है.

ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया में MBA की लागत संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा की तुलना में थोड़ी कम है. यहां भी कई प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय हैं. एमबीए के लिए ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष विश्वविद्यालयों में मेलबर्न विश्वविद्यालय, क्वींसलैंड, सिडनी, वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया, कैनबरा, वोलोंगोंग और विक्टोरिया विश्वविद्यालय आदि शामिल हैं.

जानकारी के अनुसार, सिडनी विश्वविद्यालय में एक वर्ष के एमबीए की फीस 55,000 डॉलर है. 1.5 वर्ष के एमबीए की कुल लागत 82,500 डॉलर होगी. 1.5 वर्ष के लिए जीवन-यापन का खर्च ($2000 प्रति माह) $36,000 हो जाता है. अतः कुल लागत 82,500 + 36,000 = $1,18,500 है. जब आप इसे भारतीय मुद्रा में परिवर्तित करते हैं (1$ बराबर ₹53.64 की दर से) तो कुल लागत ₹63.56 लाख हो जाती है. अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को प्रत्येक पखवाड़े 48 घंटे तक काम करने की अनुमति है, अर्थात जब विश्वविद्यालय सत्र चल रहा हो तो उन्हें प्रत्येक सप्ताह 24 घंटे काम करने की अनुमति है.

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Last Updated : Jan 14, 2025, 2:32 PM IST
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