लखनऊ: विश्व भर में फैली महामारी कोरोना के चलते करीब 7 महीने से प्रदेश में बंद चल रहे सभी स्कूलों को दशहरे की छुट्टियों के बाद खोलने का फैसला लिया गया है. आपको बता दें कि 19 अक्टूबर से दो पालियों में खोलने का निर्णय लिया गया था. क्लास 9 से 12 तक के छात्रों को अभिभावकों की सहमति के बाद स्कूल में एंट्री दी जा रही थी. राजधानी लखनऊ में सीबीएसई, आईसीएसई और यूपी बोर्ड के 1040 स्कूल हैं, जिनमें से करीब 700 स्कूल खुले हुए थे. इन स्कूलों में 20 प्रतिशत तक छात्रों को ही आने की अनुमति दी गई थी.
स्कूल कर रहे हैं गाइडलाइंस का पालन
पायनियर मांटेसरी की प्रिंसिपल शर्मिला सिंह ने बताया कि कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करते हुए स्कूलों को खोला गया है. जिन बच्चों के अभिभावकों ने सहमति दी है, उनके बच्चों को ही स्कूल में बुलाया गया है. केंद्रीय विद्यालय गोमती नगर और केंद्रीय विद्यालय अलीगंज में केवल चार प्रतिशत छात्रों के अभिभावकों ने ही सहमति पत्र दिया है. इसी तरह पायनियर मांटेसरी इंटर कॉलेज में 25 फीसदी अभिभावकों ने सहमति दी है. वहीं अवध कॉलेजिएट में 40 से 50 प्रतिशत तक अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए तैयार हैं.
दिवाली बाद खुलेंगे स्कूल
शहर के कुछ निजी स्कूल प्रबंधन ने दिवाली तक स्कूल बंद रखने का निर्णय लिया है. दिवाली अवकाश के बाद स्कूल खोले जाएंगे. वरदान इंटरनेशनल एकेडमी की प्रधानाचार्य रिचा खन्ना ने बताया कि उनके स्कूल में अभी बहुत कम अभिभावकों ने बच्चों को स्कूल भेजने की सहमति दी है. इसलिए दिवाली के बाद स्कूल खोला जाएगा. इसी तरह जीडी गोयनका पब्लिक स्कूल, अरविंद अकादमी, ब्राइटलैंड इंटर कॉलेज समेत कई स्कूल संचालकों ने अभी बंद रखने का निर्णय लिया है.