लखनऊ : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जारी बयान में कहा है कि 'उत्तर प्रदेश में लगातार बिजली का संकट बना हुआ है. भाजपा सरकार न शहरों में बिजली की आपूर्ति कर पा रही है और न गांव में किसानों के लिए. अघोषित कटौती से पूरा प्रदेश त्रस्त है. बार-बार बिजली कटौती से महानगरों में लोगों की नींद गायब है. भीषण गर्मी और उमस से लोग परेशान हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज जारी बयान में कहा कि 'समाजवादी सरकार में जो बिजली के प्लांट लगाए जा रहे थे भाजपा सरकार ने उन्हें पूरा नहीं होने दिया. भाजपा सरकार ने अपने 6 साल के कार्यकाल में एक भी यूनिट बिजली का उत्पादन नहीं बढ़ाया. भाजपा सरकार में प्रदेश का विकास अवरूद्ध है. भाजपा सरकार का सारा विकास कार्य कागजों पर चल रहा है, जमीन पर कुछ भी नहीं दिखाई दे रहा है.' पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि 'केंद्र में भी भाजपा सरकार है, लेकिन उसने उत्तर प्रदेश का बिजली का कोटा नहीं बढ़ाया. भाजपा की डबल इंजन की सरकार ने बिजली महंगी कर दी है, वह प्रदेश की जनता से भारी-भरकम बिजली का बिल वसूल रही है, लेकिन बिजली की लगातार आपूर्ति नहीं कर रही है. अखिलेश यादव ने कहा कि हालत यह है कि शहरों में भी 8 से 10 घंटे बिजली की कटौती हो रही है. गांवों में तो कोई पूछने वाला ही नहीं है. सरकार राजधानी लखनऊ में भी बिजली की सुचारू आपूर्ति नहीं कर पा रही है, क्योंकि भाजपा सरकार ने प्रदेश में मांग के अनुरूप बिजली उपलब्ध कराने के लिए पहले से कोई तैयारी ही नहीं की है. उन्होंने कहा कि इन दिनों धान की रोपाई का सीजन चल रहा है. जिन किसानों ने अपने धान की रोपाई कर ली है, वहां पर भी उनका धान सूख रहा है. कई जिलों में किसान धान की रोपाई नहीं कर पा रहा है, क्योंकि बिजली न आने से नलकूप नहीं चल रहे हैं.'
अखिलेश यादव ने कहा कि 'भाजपा सरकार की अकर्मण्यता और भ्रष्टाचार का खामियाजा प्रदेश की जनता भुगत रही है. भाजपा को प्रदेश के विकास और जनता की परेशानियों से कोई लेना देना नहीं है. भाजपा का काम समाज को बांटना और नफरत की राजनीति करना रह गया है. जनता भाजपा को 2024 के लोकसभा चुनाव में वोट की चोट से करारा जवाब देगी.'