लखनऊ: डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का एक रिश्तेदार लखनऊ विकास प्राधिकरण में पिछले करीब 15 साल से अपने प्लॉट के लिए भटक रहा था. आखिरकार वर्तमान उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी के प्रयासों से एक सप्ताह के भीतर आवंटी के प्लॉट की रजिस्ट्री कर दी गई. उसने गुरुवार को एलडीए उपाध्यक्ष को मिठाई खिलाकर धन्यवाद दिया और कहा कि वह इस भूखंड के लिए कई कर्मचारियों को घूस तक दे चुके थे मगर उसको न्याय अब मिला है.
आशियाना कॉलोनी सेक्टर एम में अमित कुमार मौर्य का प्लॉट नंबर 728 जो कि उन्होंने 2015 में खरीदा था और इसके बाद में पूरी किस्तें भी जमा कर दीं, मगर पिछले 5 साल से इस भूखंड की मूल पत्रावली प्राधिकरण के दफ्तर से गायब की. इस वजह से अवंती अपने भूखंड की रजिस्ट्री नहीं करा पा रहा था. आवंटी का कहना है कि वह बहुत परेशान था उसने अनेक अधिकारियों और कर्मचारियों के चक्कर काटे मगर वह अपना भूखंड नहीं प्राप्त कर सका. आखिरकार पिछले सप्ताह जब उसकी वर्तमान उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी से मुलाकात हुई तो 7 दिन के भीतर ही उसका काम हो गया और उसकी रजिस्ट्री हो चुकी है. अमित कुमार मौर्य का कहना है कि इतने ज्यादा परेशान होने के बावजूद अब काम होने पर वह प्रसन्न है और लोगों से अपील करता है कि किसी तरह की परेशानी होने पर वह सीधे उपाध्यक्ष से ही मुलाकात करें. ताकि तत्काल उनकी समस्या का समाधान हो सके.
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प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी ने बताया कि सभी कर्मचारियों को यह हिदायत है कि वह आवंटी को किसी तरह से परेशान न करे. किसी भी आवंटी की पत्रावली न मिलने की दशा में विधिक कार्रवाई करके नियमानुसार नई पत्रावली खोली जाए और आवंटी की समस्या का समाधान किया जाए.