लखनऊ: राजधानी के रानी अवंती बाई महिला चिकित्सालय में हाल ही में रेयरेस्ट ऑफ रेयर केस की पुष्टि की गई है. इस मामले की कहानी कुछ ऐसी है कि गर्भवती महिला को खुशी के साथ गम भी मिला है. फिलहाल जच्चा और बच्चा स्वस्थ हैं.
- वीरांगना अवंती बाई महिला चिकित्सालय में कुछ दिनों पहले एक गर्भवती महिला अल्ट्रासाउंड के लिए आई थी.
- अल्ट्रासाउंड में इस बात की पुष्टि की गई कि महिला को जुड़वा बच्चे जन्म देना हैं.
- 5 महीने के अल्ट्रासाउंड के बाद आठवें महीने में पता चला कि जुड़वा बच्चों में से एक बच्चा जीवित नहीं है.
इसके बाद महिला डॉक्टर के पास आई. डॉक्टरों ने महिला की जांच की और कुछ दवाइयों के सहारे, इस बात को निश्चित किया कि वह जच्चा-बच्चा को स्वस्थ रखेंगे. बीते मंगलवार को महिला ने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया. वहीं दूसरी तरफ दूसरा बच्चा मृत निकला. इस बारे में वीरांगना अवंती बाई महिला चिकित्सालय की एसआईसी डॉ. नीरा जैन ने बताया कि यह रेयरेस्ट ऑफ रेयर केस है, जिसमें गर्भावस्था में ही एक बच्चे की 5 महीने में मृत्यु हो गई और दूसरा बच्चा जीवित रहा और स्वस्थ रहा.
ऐसे केस चार-पांच वर्षों में एक बार ही देखने को मिलते हैं. दोनों बच्चे अलग-अलग थैलियों में थे और अलग-अलग प्लेसेंटा से जुड़े हुए थे. इसलिए इस बात का खतरा कम था कि मां या दूसरे बच्चे को इंफेक्शन फैल सकता है. ऐसे मामलों में डॉक्टरों का कहना है कि इन मामलों में दबाव और मेडिकल इलाज के साथ-साथ मरीज की काउंसलिंग भी की जाती है, ताकि वह मानसिक तौर पर खुश रहे.