लखनऊ: सालों पहले मोबाइल गुम हो जाने से जिन चेहरों से खुशी काफूर हो गई थी, ऐसे चेहरों पर खोई हुई स्माइल एक बार फिर पुलिस ने वापस लौटा दी है. दरअसल, ऐसे 280 लोग जिनके मोबाइल महीनों या सालों पहले चोरी हो गए थे या फिर खो गए थे, उनकी एफआईआर पर जीआरपी ने विशेष अभियान चलाकर न सिर्फ मोबाइल बरामद किए बल्कि उन लोगों के हाथ में उनके मोबाइल वापस भी दे दिए. अपना मोबाइल पाकर लोगों के चेहरे पर स्माइल वापस लौट आई. जीआरपी के एसपी सौमित्र यादव ने सभी 280 मोबाइल स्वामियों को उनके मोबाइल सौंपे. सभी ने जीआरपी का आभार व्यक्त किया.
- जीआरपी ने 2108-2019 में गुम हुए 280 मोबाइल बरामद कर लिए.
- इन सभी मोबाइलों के खोने की शिकायत जीआरपी चारबाग में दर्ज थी.
- वर्ष 2018 के 86 मोबाइल तो वर्ष 2019 के 194 मोबाइल फोन उनके स्वामियों को जीआरपी लाइन में वापस किए गए.
- इससे पहले जीआरपी ने 7 नवंबर 2019 को 150 चोरी और गुमशुदगी से संबंधित मोबाइल फोन बरामद कर मोबाइल स्वामियों को वापस किए थे.
बड़ी संख्या में मोबाइल बरामद कर जहां पुलिस ने जनता की नजर में अपनी कार्यशैली को लेकर लेकर उठ रहे सवालों पर विराम लगाया, वहीं जनता अब पुलिस के इस कदम की सराहना करते नहीं थक रही है.
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दिलीप साहू ने बताया कि 2 महीने पहले चारबाग रेलवे स्टेशन पर मेरा मोबाइल खो गया था. आज मुझे मेरा मोबाइल वापस मिल गया है. इसके लिए जीआरपी का आभार व्यक्त करता हूं.
इसी तरह गोंडा की रहने वाली लक्ष्मी शर्मा अपना मोबाइल पाकर काफी खुश हैं. उनका कहना है कि चारबाग मेट्रो स्टेशन पर मोबाइल खो गया था. काफी कम दिन ही मोबाइल का इस्तेमाल कर पाई थी. आज पुलिस ने मेरा मोबाइल वापस कर दिया है पुलिस के इस कदम की सराहना करती हूं. पुलिस पर किसी को भी उंगली नहीं उठानी चाहिए वो अपना काम करती है. भले ही थोड़ा समय लगता है.
चांदनी श्रीवास्तव भी अपना मोबाइल पाकर काफी खुश है. चारबाग स्टेशन पर उनका मोबाइल खो गया था. दिसंबर माह में खोया था. अच्छा काम करने में थोड़ा समय तो लगता ही है. पुलिस का यह कदम तारीफ के काबिल है.
2018-2109 में जो मोबाइल चोरी हुए थे. उन्हें जीआरपी ने बरामद कर लिए. तीन माह में कुल 280 मोबाइल जीआरपी चारबाग में दर्ज शिकायतों पर बरामद कर मोबाइल स्वामियों को वापस किए गए हैं. इससे पहले भी 150 मोबाइल वापस किए जा चुके हैं.
-सौमित्र यादव, एसपी, जीआरपी