लखनऊः छठ पर्व पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. त्योहार को लेकर महिलाओं में पूरी तरह से उल्लास देखने को मिल रहा है. छठ के प्रसाद की तैयारियां भी शुरू हो गई है. महिलाएं अपने घरों में प्रसाद बना रही हैं, जिसे सूर्य भगवान को अर्पित किया जाएगा.
घरों में बनाया जा रहा प्रसाद
प्रसाद के रूप में पूड़ी, मालपुआ, ठेकुआ खीर, खजूर, चावल का लड्डू और सूजी का हलवा घरों में बनाया जाता है. इसे छठ मैया को प्रसाद के रूप में चढ़ाया जाता है.
छठ पर्व पर मौसमी फलों का विशेष महत्व
छठ पर्व में मौसमी फलों का विशेष महत्व होता है. इसमें संतरा अन्नास, सेब, सुथनी, केला, अमरूद, शरीफा, नारियल, कच्ची अदरक, नींबू, कच्ची हल्दी और अन्य फलों को भी शामिल किया जाता है. वहीं, इसके अलावा साठी के चावल का चूड़ा, ठेकुआ, दूध, शहद, तेल और अन्य द्रव भी शामिल किए जाते हैं. इन चीजों को डूबते हुए सूरज के रूप में रखकर अर्घ्य दिया जाता है.
'पार्क में ही इस बार छठ का मनाएं त्योहार'
अखिल भारतीय भोजपुरी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रभुनाथ राय ने अनुरोध करते हुए कहा कि कोरोना के चलते सभी को अपने घरों और आसपास के पार्क में ही इस बार छठ का त्योहार मनाना चाहिए. आपको बता दें कि छठ घाट गोमती तट पर लक्ष्मण मेला मैदान पर पूरी तैयारी कर ली गई है. साथ ही सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए पर्याप्त पुलिस फोर्स की भी तैनाती की गई है.