लखनऊ: कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लेने के 28 दिन बाद प्लाज्मा डोनेशन किया जा सकेगा. इस संबंध नई गाइडलाइन जारी कर दी गई है. इससे पहले टीकाकरण कराने वालों के लिए प्लाज्मा डोनेशन पर पाबंदी लगी हुई थी, लेकिन अब प्लाज्मा डोनेट करने वाले लोग वैक्सीनेशन की दोनों डोज लेने के 28 दिन बाद प्लाज्मा बैंक में प्लाज्मा डोनेट कर सकेंगे. वहीं डॉक्टर्स का कहना कि इस दौरान किसी बीमारी से ग्रसित व्यक्ति यानी डायबिटीज, बीपी एवं एसिडिटी से जूझ रहे मरीज प्लाज्मा डोनेट करने से बचें.
टीकाकरण से पहले करें प्लाज्मा डोनेशन
टीकाकरण शुरू होने के बाद जारी गाइडलाइन में कहा गया था कि जो लोग संक्रमित हुए हैं, वे पहले प्लाज्मा डोनेशन करें. इसके बाद टीकाकरण कराएं, क्योंकि टीकाकरण के बाद शरीर में बनने वाली प्रतिरोधक क्षमता प्लाज्मा पर प्रभाव डालती है. इससे डोनेशन से मिलने वाला प्लाज्मा दूसरे मरीज को देने पर कारगर साबित नहीं होगा.
28 दिन बाद कर सकेंगे प्लाज्मा डोनेट
केजीएमयू में ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन की विभागाध्यक्ष डॉ. तूलिका चंद्रा ने बताया कि पहले की तरह अब नहीं है. प्लाज्मा डोनेशन के लिए नई गाइडलाइन जारी की गई है. इस नई गाइडलाइन के मुताबिक टीकाकरण के तहत दोनों डोज लेने के 28 दिन बाद प्लाजमा डोनेशन किया जा सकता है. कोरोना वायरस से गंभीर बीमार को प्लाज्माथेरेपी दी जा रही है. आईसीएमआर (भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद) का कहना है कि प्लाज्मा थेरेपी मरीजों की जान बचाने में कारगर नहीं है, जबकि चिकित्सा विशेषज्ञों का तर्क है कि प्लाज्मा थेरेपी देने से कोरोना वायरस की चपेट में आने वाले गंभीर मरीजों को फायदा मिला है. इसी को ध्यान में रखते हुए प्लाज्मा थेरेपी दी जा रही है.
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यूपी में 19 प्लाज्मा बैंक
प्रदेश में केजीएमयू के अलावा 18 मेडिकल कॉलेजों में प्लाज्मा बैंक की स्थापना की गई है. केजीएमयू में लगभग 480 लोग प्लाज्मा दान कर चुके हैं. बहुत सारे लोग प्लाज्मा डोनेट करने आते हैं. इसमें बहुत सारे डॉक्टर्स और स्टाफ कर्मचारी भी शामिल हैं, जो कि कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए प्लाज्मा डोनेट कर चुके हैं. इससे कोविड अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों को प्लाज्मा थेरेपी दी गई है.