चन्दौली: मुगलसराय में महिला द्वारा भाई के अपहरण की सूचना 112 नंबर पर फोन कर दी गई. जानकारी होते ही पुलिस महकमे में हड़कप मच गया. मुगलसराय कोतवाली पुलिस से लेकर जिले की स्वाट टीम मुगलसराय के रविनगर स्थित महिला के घर पहुंच गई. हालांकि तफ्तीश के बाद कहानी कुछ और निकली. इसके बाद जिसके अपहरण की सूचना मिली थी, उसी के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है.
दरअसल, मुगलसराय कोतवाली क्षेत्र के रविनगर में शिवम जायसवाल किराए के मकान में परिवार के साथ रहता है. शिवम शुक्रवार को युवक कोचिंग पढ़ाने के लिए घर से निकला लेकिन देर शाम तक वह घर नहीं गया. जिस पर परिवार वाले परेशान हो गए. इसके बाद शनिवार की सुबह परिवार वालों ने इसकी सूचना 112 नंबर पर पुलिस को दी. अपहरण और फिरौती का मामला देख पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. पड़ताल के दौरान शिवम की लोकेशन भभुआ में मिली. जिसपर पुलिस की एक टीम भभुआ रवाना ही गई. वहीं, मुगलसराय कोतवाली विजय बहादुर सिंह, एसओजी प्रभारी आशीष मिश्रा परिवार वालों से पूछताछ में जुट गए.
सूचना पर एडिशनल एसपी विनय कुमार सिंह भी शिवम के कमरे पर पहुंच गए. दोपहर तक पुलिस ने शिवम को भी ढूंढ लिया. जांच के दौरान भभुआ स्थित होटल से मिले सीसीटीवी कैमरे की फुटेज के आधार कहानी कुछ और निकली. जब पुलिस ने युवक से कड़ाई पूछताछ की तो अपहरण की फर्जी कहानी का पर्दाफाश हो गया. इसके बाद पुलिस ने राहत की सांस ली.
पूछताछ में शिवम ने पुलिस को बताया कि बाइक से कोचिंग पढ़ाने के लिए घर से निकला. इसके बाद बाइक से वाराणसी गया और वहां एक मॉल में उसने अपनी बाइक खड़ी की और कैंट रेलवे स्टेशन आ गया. वहां, से ट्रेन पकड़कर वह भभुआ चला गया. भभुआ में उसने होटल में एक कमरा बुक किया. कमरे से रात में अपनी बहन के मोबाइल पर खुद की एक फोटो भेजकर अपहरण की बात बताई. युवक ने अपनी बहन को बताया कि उसे बदमाशों ने पकड़ लिया है और ढाई लाख रुपए मांग रहे है. भाई को बचाने के लिए रात में लगभग एक बजे बहन ने युवक के खाते में ढाई लाख रुपये भेज भी दिए. लेकिन उसकी सकुशल वापसी के लिए सुबह डायल 112 पर फोन कर पुलिस से मदद मांगी. जिसके बाद पूरा मामला सामने आया.
पुलिस अधीक्षक आदित्य लांघे ने बताया कि शिवम ने खुद के अपहरण की झूठी कहानी रची थी. पुलिस को गुमराह करने के आरोप में युवक के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जा रही है. कुछ दिनों पूर्व युवक के पिता ने उसके खाते में लगभग साढ़े सात लाख रुपए डाले थे. युवक खुद एक कोचिंग में पढ़ाता है. युवक पिता के दिए रुपयों में लगभग साढ़े चार लाख रुपए शेयर ट्रेडिंग में डूब गया. शेष रुपयों से उसने अपने क्रेडिट कार्ड के बकाए बिल में भर दिए. घर वाले रुपये वापस न मांगे इसके लिए उसने अपने ही अपहरण की कहानी रच डाली.
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