लखनऊ : अयोध्या रोड स्थित एलडीए के पारिजात अपार्टमेंट के एक आवंटी और ठेकेदार के बीच बातचीत का ऑडियो वायरल होने के बाद बड़ा विवाद खड़ा हो गया है. इस ऑडियो में आवंटी ठेकेदार से यह कहते हुए सुना जा रहा है कि उसको एक इनोवा खरीदनी है. इस ऑडियो को लेकर कहा जा रहा है कि आवंटी ठेकेदार पर इनोवा के लिए आर्थिक मदद करने का दबाव बना रहा है. दूसरी ओर पारिजात वेलफेयर सोसायटी की ओर से एक और ऑडियो जारी किया गया है जिसमें ठेकेदार यह कह रहा है कि उसने कभी किसी को कोई मदद नहीं की. ना कोई मदद मांगी गई. इस मामले में पारिजात वेलफेयर सोसायटी की ओर से लखनऊ विकास प्राधिकरण पर आरोप लगाया गया है कि एलडीए के कुछ अफसर ही इस ऑडियो को वायरल करके सोसाइटी पदाधिकारियों को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं. कानूनी कार्यवाही करने की चेतावनी दी गई है. दूसरी ओर लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष का कहना है कि ऐसा एक ऑडियो वायरल है जब कोई लिखित शिकायत मिलेगी तो पुलिस ने इसकी जांच कराई जाएगी.
दूसरी ओर इस वायरल ऑडियो को लेकर पारिजात वेलफेयर सोसाइटी के वरिष्ठ पदाधिकारी समर विजय सिंह ने बताया वे और उनके कुछ अन्य साथी सोसाइटी की समस्याओं को लेकर बुधवार की दोपहर लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष के पास गए थे. जहां उनसे अभद्रता का व्यवहार किया गया. उनकी बात को नहीं सुना दिया जिसकी वजह से वह बैठक से उठकर चले आए. समर विजय सिंह ने आरोप लगाया कि जो उस संस्था खुद ही आवंटी का रुपया ठेकेदारों में बांट रही है वह अब ऑल ऑडियो पर ही भ्रष्टाचार का आरोप लगाने लगी है. उन्होंने कहा कि मजाक के परिपेक्ष में की गई बात को गलत तरीके से प्रसारित कर के सोसायटी के पदाधिकारियों को बदनाम करने की साजिश की जा रही है. जिसका कानूनी जवाब बहुत जल्द दिया जाएगा.
लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी ने इस बारे में बताया कि ऐसा एक ऑडियो वायरल है जिसकी जानकारी उनको हुई है. इस मामले में जब कोई लिखित शिकायत करेगा तो निश्चित तौर पर पुलिस को इसकी जांच करने के लिए सिफारिश की जाएगी. उनको जानकारी मिली है कि पारिजात अपार्टमेंट में कुछ लोग समस्याओं की शिकायतों और जांच के नाम पर ठेकेदारों और एलडीए अभियंताओं को वसूली का शिकार बनाना चाहते हैं. ऐसे लोगों की सुनवाई अब लखनऊ विकास प्राधिकरण में नहीं होगी.