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KGMU में नॉन कोविड मरीजों को नहीं किया जा रहा भर्ती, तीमारदार परेशान

राजधानी स्थित केजीएमयू हॉस्पिटल में सिर्फ कोरोना संक्रमितों का इलाज किया जा रहा है. इसी वजह से नॉन कोविड मरीजों को अस्पताल में भर्ती नहीं किया जा रहा है. ऐसे में तीमारदार अपने मरीजों को लेकर दर-दर भटक रहे हैं.

KGMU में नॉन कोविड मरीजों को नहीं किया जा रहा भर्ती
KGMU में नॉन कोविड मरीजों को नहीं किया जा रहा भर्ती
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Published : May 20, 2021, 9:06 AM IST

लखनऊ: राजधानी में धीरे-धीरे कोरोना का ग्राफ नीचे गिर रहा है, जिसकी वजह से अब कोविड मरीजों को आसानी से अस्पताल में भर्ती होने के लिए बेड उपलब्ध हो रहे हैं. केजीएमयू को भी कोविड समर्पित अस्पताल बनाया गया है, जिसकी वजह से अब यहां नॉन कोविड (सामान्य) मरीजों को भर्ती नहीं किया जा रहा है. ऐसे में अस्पताल परिसर में सन्नाटा पसरा है. बहरहाल, जरूरत पड़ने पर अस्पताल की इमरजेंसी में अत्यंत गंभीर नॉन कोविड मरीजों को देखा जा रहा है. हालांकि, उनका आरटीपीसीआर टेस्ट कर ही इलाज दिया जा रहा है. रविवार को दो नॉन कोविड मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हुई. इसी आशंका के चलते नॉन कोविड मरीजों को भर्ती करने से गुरेज किया जा रहा है.

बेड के लिए घंटों इंताजार
केजीएमयू ट्रामा सेंटर में बड़ा गांव से बेटी का इलाज कराने आईं सरोजिनी ने बताया कि बिटिया को कुछ दिनों से बुखार आ रहा है. रविवार को इलाज के लिए ट्रॉमा सेंटर में लेकर आए, लेकिन यहां बिटिया को भर्ती नहीं किया गया. हम लोग करीब दोपहर दो बजे से बाहर उसे स्ट्रेचर पर लिटाए हुए हैं. अंदर पूछने पर कहा गया कि अभी बेड खाली नहीं हैं, शाम तक इंतजार करो. कोई भी डॉक्टर उसे देखने तक नहीं आया है. ऐसे में हम करें भी तो क्या करें.

इसे भी पढ़ें-गैर कोविड मरीजों को KGMU से जबरन किया गया डिस्चार्ज, कोविड अस्पताल भी अधूरा


डॉक्टर सिर्फ कोरोना के मरीज देखने का दे रहे हवाला
सुलतानपुर से बेटे के ब्रेन ट्यूमर का इलाज कराने केजीएमयू ट्रामा सेंटर आए कपिल ने बताया कि हम लोग दोपहर 12 बजे से आए हुए हैं, लेकिन यहां कोई सुनवाई नहीं हो रही. रिपोर्ट लेकर इधर से उधर चक्कर कटवाया जा रहा है, लेकिन कोई डॉक्टर मरीज को देखने को तैयार नहीं है. अस्पताल प्रशासन का कहना है कि यहां सिर्फ कोरोना संक्रमित मरीजों को देखा जा रहा है. आप मरीज को कहीं और ले जाइए.

अधिकारी नहीं उठा रहे फोन
केजीएमयू प्रवक्ता डॉक्टर सुधीर सिंह को चार बार कॉल किया गया, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया.

लखनऊ: राजधानी में धीरे-धीरे कोरोना का ग्राफ नीचे गिर रहा है, जिसकी वजह से अब कोविड मरीजों को आसानी से अस्पताल में भर्ती होने के लिए बेड उपलब्ध हो रहे हैं. केजीएमयू को भी कोविड समर्पित अस्पताल बनाया गया है, जिसकी वजह से अब यहां नॉन कोविड (सामान्य) मरीजों को भर्ती नहीं किया जा रहा है. ऐसे में अस्पताल परिसर में सन्नाटा पसरा है. बहरहाल, जरूरत पड़ने पर अस्पताल की इमरजेंसी में अत्यंत गंभीर नॉन कोविड मरीजों को देखा जा रहा है. हालांकि, उनका आरटीपीसीआर टेस्ट कर ही इलाज दिया जा रहा है. रविवार को दो नॉन कोविड मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हुई. इसी आशंका के चलते नॉन कोविड मरीजों को भर्ती करने से गुरेज किया जा रहा है.

बेड के लिए घंटों इंताजार
केजीएमयू ट्रामा सेंटर में बड़ा गांव से बेटी का इलाज कराने आईं सरोजिनी ने बताया कि बिटिया को कुछ दिनों से बुखार आ रहा है. रविवार को इलाज के लिए ट्रॉमा सेंटर में लेकर आए, लेकिन यहां बिटिया को भर्ती नहीं किया गया. हम लोग करीब दोपहर दो बजे से बाहर उसे स्ट्रेचर पर लिटाए हुए हैं. अंदर पूछने पर कहा गया कि अभी बेड खाली नहीं हैं, शाम तक इंतजार करो. कोई भी डॉक्टर उसे देखने तक नहीं आया है. ऐसे में हम करें भी तो क्या करें.

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डॉक्टर सिर्फ कोरोना के मरीज देखने का दे रहे हवाला
सुलतानपुर से बेटे के ब्रेन ट्यूमर का इलाज कराने केजीएमयू ट्रामा सेंटर आए कपिल ने बताया कि हम लोग दोपहर 12 बजे से आए हुए हैं, लेकिन यहां कोई सुनवाई नहीं हो रही. रिपोर्ट लेकर इधर से उधर चक्कर कटवाया जा रहा है, लेकिन कोई डॉक्टर मरीज को देखने को तैयार नहीं है. अस्पताल प्रशासन का कहना है कि यहां सिर्फ कोरोना संक्रमित मरीजों को देखा जा रहा है. आप मरीज को कहीं और ले जाइए.

अधिकारी नहीं उठा रहे फोन
केजीएमयू प्रवक्ता डॉक्टर सुधीर सिंह को चार बार कॉल किया गया, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया.

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