लखनऊ: उत्तर प्रदेश में शुरू हुई त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के पहले चरण की नामांकन प्रक्रिया में तीन लाख से अधिक नामांकन पत्र दाखिल किए गए हैं. पहले चरण के 18 जिलों में चुनाव प्रक्रिया शुरू हुई है, जिसमें दो दिनों में तीन लाख से अधिक नामांकन पत्रों को भरे जाने का काम हुआ है. यह आंकड़ा देर रात तक और अधिक पहुंचेगा. सभी संबंधित 18 जिलों में कोरोना संकट को देखते हुए कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए नामांकन पत्र जिला प्रशासन की तरफ से दाखिल कराने का काम किया गया.
चार पदों के लिए हुए हैं नामांकन
पंचायत चुनाव के अंतर्गत ग्राम पंचायत सदस्य, ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य और जिला पंचायत सदस्य के पदों के नामांकन पत्र दाखिल किए गए हैं. जितने भी नामांकन पत्र 18 जिलों में दाखिल हुए हैं, उनकी ऑनलाइन फीडिंग खबर लिखे जाने तक जारी थी. राज्य निर्वाचन आयोग के अपर निर्वाचन आयुक्त वेद प्रकाश वर्मा के अनुसार 3 लाख 10 हजार नामांकन फीड हुए हैं. यह काम लगातार चल रहा है और नामांकन फीड होने के आंकड़ों में बढ़ोतरी होगी.
4 लाख तक पहुंच सकता है आंकड़ा
जानकारी के अनुसार यह चार लाख के आसपास भी पहुंच सकते हैं. 18 जिलों में पहले चरण के चुनाव में सभी चारों पदों पर होने वाले चुनाव के लिए 2 दिन में यह नामांकन दाखिल हुए हैं. पहले चरण के कुल 22 लाख 1 हजार 464 पदों पर पंचायत चुनाव हो रहे हैं.
इस तरह होगी पहले चरण के चुनाव की प्रक्रिया
पंचायत चुनाव के पहले चरण में 3 अप्रैल से 4 अप्रैल सुबह 8:00 बजे से 5:00 बजे तक नामांकन पत्र सभी जिलों में दाखिल किए गए. नामांकन पत्रों की जांच 5 अप्रैल से 6 अप्रैल को होगी. नामांकन पत्र की वापसी 7 अप्रैल को किया जाएगा. चुनाव चिन्ह यानी प्रतीक आवंटन 7 अप्रैल को किया जाएगा. पहले चरण का मतदान 15 अप्रैल को होगा.
पहले चरण का मतदान 15 अप्रैल को, ये हैं जिले
पहले चरण को होने वाले 15 अप्रैल के चुनाव में सहारनपुर, गाजियाबाद, रामपुर, बरेली, हाथरस, आगरा, कानपुर नगर, झांसी, महोबा, प्रयागराज, रायबरेली, हरदोई, अयोध्या, श्रावस्ती, संत कबीर नगर, गोरखपुर, जौनपुर व भदोही शामिल है. संबंधित 18 जिलों में चुनाव बेहतर ढंग से और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराए जाने को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग की तरफ से दिशा निर्देश जारी किए गए हैं.