ETV Bharat / state

लखनऊ : दारुल कजा तरबियत कॉन्फ्रेंस में लिए गए कई फैसले

author img

By

Published : Feb 28, 2019, 8:54 PM IST

लखनऊ में तीन दिन तक चलने वाली कॉन्फ्रेंस में दारुल कजा से संबंधित काजियों को दारुल कजा में लोगों के मामलों को हल करने की ट्रेनिंग दी गई. इसमें खासतौर से औरतों के मामलों को हल करने पर जोर दिया गया.

लखनऊ में दारुल कजा तरबियत कॉन्फ्रेंस का आयोजन

लखनऊ : ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की ओर से लखनऊ के दारुल उलूम फिरंगी महल में तीन दिवसीय दारुल कजा तरबियत कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया. कॉन्फ्रेंस के आखिरी दिन गुरुवार को ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की ओर से चल रही दारुल कजाओं को लेकर कई अहम फैसले किए गए.

लखनऊ में दारुल कजा तरबियत कॉन्फ्रेंस का आयोजन.

26 फरवरी से लगातार तीन दिन तक चलने वाली ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के इस तरबियत कॉन्फ्रेंस के जरिए दारुल कजा को लेकर लोगों में जो गलतफहमी है, उसको दूर किया गया. इसके अलावा मुसलमानों में पति-पत्नी के बीच झगड़ों को आपसी सहमति से दारुल कजा में हल करने पर भी जोर दिया गया. लखनऊ के दारुल उलूम फिरंगी महल में चलने वाली इस कॉन्फ्रेंस में देश भर के दारुल कजा से संबंधित काजियों को इस कॉन्फ्रेंस के जरिए मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के जिम्मेदारों ने कुरान और हदीस की अहमियत को समझाया. वहीं देश भर के कई हिस्सों से नई दारुल कजा खोलने की अर्जियों पर भी सुनवाई हुई.

undefined

मौके पर मुस्लिम धर्मगुरु और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के मेंबर मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने बताया कि इस कॉन्फ्रेंस के जरिए दारुल कजा के सिस्टम को और मजबूत करने पर जोर दिया गया है, जिससे मुसलमानों के बीच के झगड़ों को आसानी से सुलझाया जा सके और अदालतों के बोझ को कम किया जा सके. साथ ही इस कॉन्फ्रेंस में मस्जिदों के इमामों से भी अपील की गई कि जुमे की नमाज से पहले दारुल कजा की अहमियत को भी बयान किया जाए.

लखनऊ : ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की ओर से लखनऊ के दारुल उलूम फिरंगी महल में तीन दिवसीय दारुल कजा तरबियत कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया. कॉन्फ्रेंस के आखिरी दिन गुरुवार को ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की ओर से चल रही दारुल कजाओं को लेकर कई अहम फैसले किए गए.

लखनऊ में दारुल कजा तरबियत कॉन्फ्रेंस का आयोजन.

26 फरवरी से लगातार तीन दिन तक चलने वाली ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के इस तरबियत कॉन्फ्रेंस के जरिए दारुल कजा को लेकर लोगों में जो गलतफहमी है, उसको दूर किया गया. इसके अलावा मुसलमानों में पति-पत्नी के बीच झगड़ों को आपसी सहमति से दारुल कजा में हल करने पर भी जोर दिया गया. लखनऊ के दारुल उलूम फिरंगी महल में चलने वाली इस कॉन्फ्रेंस में देश भर के दारुल कजा से संबंधित काजियों को इस कॉन्फ्रेंस के जरिए मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के जिम्मेदारों ने कुरान और हदीस की अहमियत को समझाया. वहीं देश भर के कई हिस्सों से नई दारुल कजा खोलने की अर्जियों पर भी सुनवाई हुई.

undefined

मौके पर मुस्लिम धर्मगुरु और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के मेंबर मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने बताया कि इस कॉन्फ्रेंस के जरिए दारुल कजा के सिस्टम को और मजबूत करने पर जोर दिया गया है, जिससे मुसलमानों के बीच के झगड़ों को आसानी से सुलझाया जा सके और अदालतों के बोझ को कम किया जा सके. साथ ही इस कॉन्फ्रेंस में मस्जिदों के इमामों से भी अपील की गई कि जुमे की नमाज से पहले दारुल कजा की अहमियत को भी बयान किया जाए.

स्लग:- दारुल कज़ा तरबियत कॉन्फ्रेंस में हुए कई अहम फैसले

रीपोर्टर:- अर्सलान समदी
दिनांक:-28/2/19
लोकेशन:- लखनऊ

एंकर:- ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की ओर से लखनऊ के दारुल उलूम फरंगी महल में तीन दिवसीय दारुल कज़ा तरबियत कॉन्फ्रेंस के आखिरी दिन देशभर में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड की ओर से चल रही दारुल कज़ाओ को लेकर कई अहम फैसले किए गए हैं।

विओ:- 26 फरवरी से लगातार तीन रोज तक चलने वाली ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के इस तरबियत कांफ्रेंस के जरिए से दारुल क़ज़ा को लेकर लोगों में जो गलतफहमी है उसको दूर किया गया इसके अलावा मुसलमानों में पती पत्नी के बीच झगड़ों को आपसी सहमति से दारुल कजा में हल करने पर भी जोर दिया गया। लखनऊ के दारुल उलूम फिरंगी महल में चलने वाली इस कॉन्फ्रेंस में देश भर के दारुल कजा से संबंधित काज़ियो को इस कांफ्रेंस के जरिए से मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के जिम्मेदारों ने कुरान और हदीस की रोशनी में अहमियत को समझाया तो वही देश भर के कई हिस्सों से नई दारुल क़ज़ा खोलने की अर्ज़ियो पर भी सुनवाई की गई।

विओ:- इस खास मौके पर मुस्लिम धर्मगुरु और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के मेंबर मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने बताया की इस कांफ्रेंस के जरिए से दारुल कज़ा के सिस्टम को और मजबूत करने पर जोर दिया गया है जिससे मुसलमानों के बीच के झगड़ों को आसानी से सुलझाया जा सके और अदालतों के बोझ को कम किया जा सके साथ ही इस कांफ्रेंस में मस्जिदों के इमामो से भी अपील की गई है कि जुमे की नामाज़ से पहले दारुल कजा की अहमियत को भी बयान किया जाये।

बाइट, मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली मेंबर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड

फाइनल विओ:- लखनऊ में 3 रोज़ तक चलने वाली इस कांफ्रेंस में दारुल क़ज़ा से संबंधित काज़ियो को दारुल कजा में लोगों के मामलों को हल करने की ट्रेनिंग भी दी गई जिस में खासतौर से औरतों के मामले हल करने पर ज़ोर दिया गया।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.