लखनऊ: राजधानी की 30 शहरी मलिन बस्तियों में निर्धन लोगों को आईवीआरएस काॅल सेंटर से मदद मिल सकेगी. उन्हें कोविड, पोषण व स्वच्छता तथा टीकाकरण सबंधी जानकारी दी जाएगी. स्थानीय निकाय निदेशालय, यूनिसेफ एवं यूएनडीपी की संयुक्त पहल ‘सम्भव‘ के अन्तर्गत आईवीआरएस काॅल सेंटर की शुरुआत की गयी है. नगर विकास मंत्री आशुतोष टण्डन ने बुधवार को सेंटर का शुभारंभ किया. इस कार्यक्रम के तहत लगभग छह हजार परिवारों तक पेयजल, स्वच्छता, साफ-सफाई, शिक्षा पोषण बाल संरक्षण एवं समाजिक सुरक्षा के साथ रोजगार सृजन का लाभ पंहुचाया जाएगा.
मलिन बस्तियों के लोगों को कोविड-19 की महामारी के दौरान गम्भीर चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. इसी के चलते स्थानीय निकाय यूनीसेफ एवं यूएनडीपी ने सम्भव (synchronized action for marginalized to improve behaviours and vulnerabilities) कार्यक्रम की शुरुआत की गई है.
नगर विकास मंत्री ने बताया कि इस पहल में एक केन्द्रित व्यवस्था के तहत प्री रिकाॅर्डेड दूरभाष सन्देश के माध्यम से 40 सेकेण्ड से एक मिनट की अवधि का सन्देश लाभार्थियों के परिवारों तक पूर्व निर्धारित समय पर भेजा जायेगा. चयनित 30 बस्तियों में इन परिवारों के अतिरिक्त निगरानी समिति के सदस्यों को भी उक्त सन्देश भेजा जायेगा. प्रत्येक काॅल के अन्त में एक सवाल पूछा जायेगा, जिसमें जीतने वालों को पुरस्कृत भी किया जायेगा, जिससे यह सुनिश्चित हो सकेगा कि व्यक्ति ने सन्देश ध्यान से सुना एवं समझा है या नहीं. उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम शुरूआत में दिसम्बर माह तक चलाया जायेगा एवं प्रत्येक माह में कार्यक्रम से सम्बन्धित जानकारी दी जायेगी.
सितम्बर में कोविड से अक्टूबर में पोषण एवं स्वच्छता, नवम्बर में टीकाकरण एवं बाल सुरक्षा एवं दिसम्बर में जेन्डर एवं सामाजिक सुरक्षा के सम्बन्ध में जानकारी साझा की जायेगी. नगर विकास मंत्री ने इस कार्यक्रम का विस्तार लखनऊ के सभी मलिन बस्तियों में किए जाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि दीर्घकालीन कार्यक्रम बनाते हुए प्रदेश की समस्त नगर निगमों की मलिन बस्तियों में सम्मिलित किया जाये, जिससे की शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक समाज के सीमान्त पर स्थित कमजोर वर्ग की आबादी तक पहुंच सके.
यूनिसेफ की प्रतिनिधि रूथ लियानों ने कहा कि कोविड-19 महामारी के समय समाज के कमजोर वर्ग के लिए सराहनीय प्रयास किया जा रहा है. इस अवसर पर स्थानीय निकाय की निदेशक डॉ. काजल अन्य टीम मेम्बर्स के साथ यूएनडीपी की तरफ से रवि चन्द्रा व उनके टीम मेम्बर्स उपस्थित थे.
लखनऊ: शहरी मलिन बस्तियों के लोगों को जानकारी उपलब्ध कराएगा IVRS कॉल सेंटर - लखनऊ समाचार
यूपी की राजधानी लखनऊ व अन्य शहरों में मलिन बस्तियों के लोगों को कोविड-19 की महामारी के दौरान गम्भीर चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. इसके चलते स्थानीय निकाय यूनीसेफ एवं यूएनडीपी ने सम्भव कार्यक्रम की शुरुआत की.
लखनऊ: राजधानी की 30 शहरी मलिन बस्तियों में निर्धन लोगों को आईवीआरएस काॅल सेंटर से मदद मिल सकेगी. उन्हें कोविड, पोषण व स्वच्छता तथा टीकाकरण सबंधी जानकारी दी जाएगी. स्थानीय निकाय निदेशालय, यूनिसेफ एवं यूएनडीपी की संयुक्त पहल ‘सम्भव‘ के अन्तर्गत आईवीआरएस काॅल सेंटर की शुरुआत की गयी है. नगर विकास मंत्री आशुतोष टण्डन ने बुधवार को सेंटर का शुभारंभ किया. इस कार्यक्रम के तहत लगभग छह हजार परिवारों तक पेयजल, स्वच्छता, साफ-सफाई, शिक्षा पोषण बाल संरक्षण एवं समाजिक सुरक्षा के साथ रोजगार सृजन का लाभ पंहुचाया जाएगा.
मलिन बस्तियों के लोगों को कोविड-19 की महामारी के दौरान गम्भीर चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. इसी के चलते स्थानीय निकाय यूनीसेफ एवं यूएनडीपी ने सम्भव (synchronized action for marginalized to improve behaviours and vulnerabilities) कार्यक्रम की शुरुआत की गई है.
नगर विकास मंत्री ने बताया कि इस पहल में एक केन्द्रित व्यवस्था के तहत प्री रिकाॅर्डेड दूरभाष सन्देश के माध्यम से 40 सेकेण्ड से एक मिनट की अवधि का सन्देश लाभार्थियों के परिवारों तक पूर्व निर्धारित समय पर भेजा जायेगा. चयनित 30 बस्तियों में इन परिवारों के अतिरिक्त निगरानी समिति के सदस्यों को भी उक्त सन्देश भेजा जायेगा. प्रत्येक काॅल के अन्त में एक सवाल पूछा जायेगा, जिसमें जीतने वालों को पुरस्कृत भी किया जायेगा, जिससे यह सुनिश्चित हो सकेगा कि व्यक्ति ने सन्देश ध्यान से सुना एवं समझा है या नहीं. उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम शुरूआत में दिसम्बर माह तक चलाया जायेगा एवं प्रत्येक माह में कार्यक्रम से सम्बन्धित जानकारी दी जायेगी.
सितम्बर में कोविड से अक्टूबर में पोषण एवं स्वच्छता, नवम्बर में टीकाकरण एवं बाल सुरक्षा एवं दिसम्बर में जेन्डर एवं सामाजिक सुरक्षा के सम्बन्ध में जानकारी साझा की जायेगी. नगर विकास मंत्री ने इस कार्यक्रम का विस्तार लखनऊ के सभी मलिन बस्तियों में किए जाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि दीर्घकालीन कार्यक्रम बनाते हुए प्रदेश की समस्त नगर निगमों की मलिन बस्तियों में सम्मिलित किया जाये, जिससे की शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक समाज के सीमान्त पर स्थित कमजोर वर्ग की आबादी तक पहुंच सके.
यूनिसेफ की प्रतिनिधि रूथ लियानों ने कहा कि कोविड-19 महामारी के समय समाज के कमजोर वर्ग के लिए सराहनीय प्रयास किया जा रहा है. इस अवसर पर स्थानीय निकाय की निदेशक डॉ. काजल अन्य टीम मेम्बर्स के साथ यूएनडीपी की तरफ से रवि चन्द्रा व उनके टीम मेम्बर्स उपस्थित थे.