लखनऊ: कोरोना कर्फ्यू के दौरान राजधानी की हवा पहले से कई गुना ठीक हुई है. सीपीसीबी रिपोर्ट के मुताबिक राजधानी की हवा की शुद्धता में सुधार हुआ है. 3 मई को राजधानी का एक्यूआई 138 दर्ज किया गया था, जबकि कुछ दिनों पहले यहां का एक्यूआई लेवल 250 के पार था. मंगलवार को सीपीसीबी रिपोर्ट के अनुसार राजधानी का एक्यूआई लेवल 93 रहा, जो कि राजधानी के लोगों के लिए बेहद अच्छी खबर है.
लॉकडाउन का पर्यावरण पर सकारात्मक असर
पर्यावरण विशेषज्ञ डॉ. वीपी श्रीवास्तव की मानें तो इन दिनों कोरोनावायरस की वजह से लॉकडाउन लगाया गया है. यह उसी का असर है. लॉकडाउन लगने के कारण पिछले 3 दिनों से शहर में वाहन नहीं चले हैं, कहीं भी सेतु निर्माण का कार्य नहीं हो रहा है साथ ही कारखानों में होने वाले कार्य भी बंद पड़े हैं. लॉकडाउन से पहले जब नाइट कर्फ्यू लगाया गया था तब भी आंकड़े में कमी आई थी.
29 अप्रैल को 200 था राजधानी का एक्यूआई
गर्मियों में हवा तेज रहने के बाद भी हवा में औसत से अधिक प्रदूषण मिल रहा था. ऐसे में एक्यूआई 28 व 29 अप्रैल को 200 के ऊपर पहुंच गया था. तालकटोरा और आलमबाग जैसे इलाकों में तो एक्यूआई लेवल 300 के ऊपर तक रिकॉर्ड किया गया था. यह दोनों इलाके लखनऊ में औद्योगिक क्षेत्र व व्यवसायिक क्षेत्र में आते हैं. वहीं 1 मई से लॉकडाउन के कारण अधिकतर गतिविधियां शहर में बंद रही, इसलिए हवा की गुणवत्ता में सुधार हुआ.
पढ़ें: रोगियों के फॉलोअप के लिए बनाई गई सीएचसीवार कॉलिंग व्यवस्था : रोशन जैकब
सीपीसीबी रिपोर्ट के आंकड़े
तारीख | AQI | हवा की स्थिति |
---|---|---|
04-05-2021 | 93 | बेहद साफ |
03-05-2021 | 138 | सुधरी हुई |
02-05-2021 | 147 | सुधरी हुई |
01-05-2021 | 175 | सुधरी हुई |
30-04-2021 | 188 | सुधरी हुई |
29-04-2021 | 252 | खराब |
28-04-2021 | 223 | खराब |
27-04-2021 | 164 | सुधरी हुई |