लखनऊ: राजधानी में माफियाओं के सिंडिकेट को खत्म करने के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है. इसके तहत जहां मंगलवार को लखनऊ पुलिस कमिश्नर ने 11 लोगों को गिरफ्तार किया है तो वहीं करीब एक दर्जन लोगों को चिन्हित किया गया है, जिनके संदर्भ में जानकारी इकट्ठा की जा रही है. आने वाले दिनों में इन आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. वहीं जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, उनके द्वारा अवैध तरीके से अर्जित की गई संपत्ति के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है.
ईटीवी भारत को जानकारी देते हुए एक अधिकारी ने बताया कि अभी राजधानी लखनऊ में कई अपराधियों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है, जिन पर हम नजर बनाए हुए हैं. उन्होंने बताया कि हमारे प्लान के तहत आने वाले दिनों में राजधानी लखनऊ के सभी जोन में अभियान चलाकर छापेमारी की जाएगी और लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जाएगी.
बुधवार को एक दर्जन ऐसे लोगों को चिन्हित किया है, जो माफियाओं के संपर्क में थे और उनके लिए काम कर रहे थे. ऐसे लोगों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है और आने वाले दिनों में इन्हें हिरासत में लिया जाएगा. इसके साथ ही माफियाओं के साथ जुड़े लोगों के खिलाफ सबूत मिलने पर इनकी गिरफ्तारी भी की जाएगी.
बाहुबली मुख्तार अंसारी नेटवर्क राजधानी लखनऊ और आसपास के जिलों तक सीमित था. राजधानी लखनऊ में सरकारी जमीनों पर कब्जा करने, रंगदारी, अवैध वसूली के धंधे में मुख्तार अंसारी से जुड़े हुए लोग शामिल हैं, जो मुख्तार के नाम पर लोगों को धमकाने व अवैध संपत्ति अर्जित करने का काम करते थे. मुख्तार अंसारी के खिलाफ लगातार लखनऊ में कार्रवाई की जा रही है.
राजधानी लखनऊ के दूसरे बड़े आपराधिक नेटवर्क की बात करें तो सलीम सोहराब रुस्तम भाइयों के नेटवर्क को लेकर लखनऊ पुलिस ने जानकारी जुटाई थी, जिससे जुड़े हुए आधा दर्जन से अधिक लोग पुलिस के रडार पर हैं. हालांकि, इससे पहले भी सलीम सोहराब रुस्तम के गैंग के कई लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है. जल्द ही इस गिरोह के कई अन्य सदस्यों को भी पुलिस हिरासत में ले सकती है.
मंगलवार को लखनऊ पुलिस ने सभी जोन में 48 टीमों की मदद से 42 ठिकानों पर छापेमारी की. इस दौरान मुख्तार अंसारी, सलीम सोहराब रुस्तम, खान मुबारक, अन्नू त्रिपाठी जैसे माफियाओं के गुर्गों के यहां छापेमारी की गई. छापेमारी के बाद 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया. वहीं 21 लोगों को हिरासत में लिया गया, जिनके पास से तमाम अवैध सामग्री बरामद की गई है. एक साथ तमाम माफियाओं के खिलाफ की गई यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है.