लखनऊ : होली का त्योहार आते ही बाजार में रंग, मिठाइयां, पापड़ और नमकीन की दुकानें सज चुकी हैं. बाजार में कुछ लोग मिलावटी खाद्य सामग्री बेच कर लोगों को लूट तो रहे ही हैं साथ ही उनकी सेहत से भी खिलवाड़ कर रहे हैं. राजधानी के सहायक खाद्य आयुक्त एसपी सिंह के मुताबिक बीते दिनों राजधानी के करीब 100 दुकानों में छापेमारी कर कई प्रकार की खाद्य सामग्री सीज की गई है. इसमें खोया, दही, काजू, नमकीन, हल्दी और सरसों का तेल समेत कई प्रकार की खाद्य सामग्री शामिल है. एसपी सिंह कहते हैं कि हमारी टीम के पास रैपिड टेस्ट किट होती है. जिससे हम खाद्य सामग्री की जांच कर लेते हैं. हालांकि आम लोग हमारी टीम की ही तरह खाद्य सामग्री को जांच सकते हैं.
HOLI में कहीं घर न लें आएं नकली मिठाई, नमकीन और पकवान. ऐसे करें दूध, खोया, छेना और पनीर की जांच : सबसे पहले 2 मिली सैंपल को लेकर उसमें 5 मिली पानी मिला लें. सैंपल को ठंडा कर लें और इसमें टिंक्चर अश्वफ आयोडीन की 2 बूंद मिला लें. सैंपल अगर नीला हो जाए तो समझ लीजिए उसमें स्टार्च की मिलावट की गई है. ऐसे करें घी और मक्खन की जांच : आमतौर पर मिलावटखोर घी और मक्खन में आलू व शकरकंदी समेत स्टार्च की मिलावट करते हैं. जांच करने के लिए एक कांच की कटोरी में आधा चम्मच घी या मक्खन लें. इसमें 2 बूंद टिंक्चर अश्वफ आयोडीन मिला लीजिए. यदि सैंपल नीला हो जाए तो समझ लें कि आलू, शकरकंदी या अन्य स्टार्च की मिलावट की गई है.
HOLI में कहीं घर न लें आएं नकली मिठाई, नमकीन और पकवान. ऐसे करें चीनी (शक्कर) की जांच : एसपी सिंह के मुताबिक कोई भी मिठाई चीनी के बिना नहीं बनती है. ऐसे में लोग चीनी की भी भारी मात्रा में खरीद करते हैं. मिलावटखोर इसका फायदा उठा कर चीनी में चॉक, खड़िया, पिट्ठी चीनी या गुड़ की मिलावट कर देते हैं इसको भी जांचने के तरीके हैं. सबसे पहले कांच का एक पारदर्शी ग्लास लें. पानी में 10 ग्राम चीनी का सैंपल डाल दीजिए. यदि चीनी में पिठ्ठी चीनी, गुड़ या चॉक खड़िया मिला होगा तो मिलावटी पदार्थ गिलास के तले पर जाकर बैठ जाएगा.
मिठाई में लगे चांदी के वर्क की जांच : आमतौर पर लगभग हर मिठाई में चांदी का वर्क होता है. जिससे मिठाई को खूबसूरती बढ़ जाती है, लेकिन इस खूबसूरती के पीछे सेहत से खिलवाड़ करने की साजिश भी हो सकती है. सहायक खाद्य आयुक्त एसपी सिंह कहते हैं कि चांदी की वर्क की जगह मिलावटखोर एल्यूमिनियम के वर्क का इस्तमाल करते हैं. इसकी जांच करने का भी तरीका है. सबसे पहले चांदी के वर्क के कुछ पत्र लेकर अपनी दो उंगलियों के बीच दबाएं या मसलें. शुद्ध चांदी का वर्क आसानी से चुरा बन जाएगा, जबकि एल्यूमीनियम का वर्क के छोटे छोटे टुकड़े हो जाएंगे. इसके बाद फिर से मिलावटी सैंपल के कुछ वर्क लेकर उसकी एक गेंद जैसी बना लें और उसको मोमबत्ती की लौ से जला लें. शुद्ध चांदी वर्क पूरी तरह जल जाएगा और उसकी राख के चमकदार गोले बन जाएंगे, जबकि एल्यूमीनियम का वर्क पूरी तरह स्लेटी रंग की रख में बदल जाएगा.
ऐसे करें हल्दी की जांच : एसपी सिंह ने बताया बीते एक हफ्ते में राजधानी के करीब 100 प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की गई. इस दौरान 5 कुंतल नकली हल्दी बरामद की गई. जो चौंकाने वाला था. असली हल्दी की पहचान का भी हल मौजूद है. सबसे पहले पीसी हुई हल्दी को एक कांच के पारदर्शी गिलास में डाल दें और उसमे थोड़ा पानी भर दें. प्राकृतिक हल्दी पानी में डालते ही हल्का पीला रंग छोड़ती है और गिलास की तली में जाकर बैठ जाती है. मिलावटी हल्दी पानी में डालने पर तेज पीला रंग छोड़ती है और तली में जाकर बैठ जाती है.
असली नकली केसर की पहचान ऐसे करें : शुद्ध केसर को तोड़ने पर वह नकली केसर की तरह आसानी से नहीं टूटता है. नकली केसर को सूखे भुट्ठे के बालों को चीनी और कोलतार आई घोल में डुबोकर बनाया जाता है. जांच करने के लिए एक कांच के पारदर्शी गिलास में पानी लेकर उसमें केसर की थोड़ी मात्रा मिला लें. यदि केसर मिलावटी होगा तो पानी में नकली रंग तुरंत घुल जाएगा. यदि शुद्ध केसर को पानी में डाला जाएगा तो या तुरंत पानी में केसरी रंग देता रहेगा.
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