लखनऊ: राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान में सोमवार को भारत सरकार के गाइडलाइंस के तहत हिंदी पखवाड़ा का शुभारंभ किया गया. हिंदी पखवाड़ा 2 सितंबर से शुरू होकर 16 सितंबर तक आयोजित किया जा रहा है. इस आयोजन के तहत कई तरह की प्रतियोगिताएं और कवि सम्मेलन आदि किए जाएंगे.
हिंदी पखवाड़े का हुआ शुभारंभ
सीएसआईआर के निदेशक ने कहा कि हिंदी पखवाड़े के आयोजन का मुख्य उद्देश्य हमारे संस्थान में कार्यरत कर्मचारियों में हिंदी के प्रति रुचि बढ़ाने और हिंदी भाषा को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित किया जाएगा. इसमें हिंदी पर आधारित कुछ प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जाएगा.
आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में पधारे इतिहासकार डॉ. योगेश प्रवीण ने कहा कि किसी भी अन्य भाषा से परे हिंदी एक ऐसी भाषा है जो दुनिया भर में सबसे साफ सुथरी और बेहतरीन है. उन्होंने कहा कि इस भाषा में हम जो लिखते हैं वैसा ही बोलते हैं. इसके अलावा विश्व भर में हिंदी तीसरी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है, जो कि हमारे लिए गर्व का विषय है. उन्होंने कहा कि यहां पर कई ऐसे कवि और शायर रहे हैं जो कि उर्दू भाषा के होते हुए भी हिंदी भाषा में ही लिखते और बोलते थे. उन्होंने बताया कि अमीर खुसरो से किसी ने पूछा कि आप तुर्क हैं तो उन्होंने जवाब दिया कि वह हिंदी बोलने वाले हिंद है इसलिए उनसे हिंदी में बात की जाए.