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Umesh Pal Murder Case : दूसरे गनर को गंभीर हालत में लाया गया PGI, बनाया गया ग्रीन कॉरिडोर

प्रयागराज में बीते शुक्रवार को विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्याकर दी गई थी. इस घटना में एक गनर की मौत हो गई थी, वहीं दूसरा गनर घायल हो गया था.

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Published : Feb 27, 2023, 7:02 AM IST

Updated : Feb 27, 2023, 12:59 PM IST

दूसरे गनर को गंभीर हालत में लाया गया PGI

लखनऊ : शुक्रवार को प्रयागराज में विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या कर दी गई थी. गोलीकांड में जहां उमेश पाल के एक गनर संदीप निषाद की मौत हो गई थी, वहीं एक गनर राघवेंद्र गंभीर घायल था. डॉक्टरों ने उसे लखनऊ रेफर किया गया था, जिसे प्रयागराज से लेकर लखनऊ तक ग्रीन कॉरिडोर बनाकर एंबुलेंस से पीजीआई में एडमिट कराया गया है. डॉक्टरों के मुताबिक, राघवेंद्र की हालत गंभीर बनी हुई है.


उमेश पाल के गनर राघवेंद्र को एंबुलेंस से लखनऊ के पीजीआई अस्पताल सड़क मार्ग से लाया गया है. गनर के साथ 4 डॉक्टर और 3 पेरामेडिकल स्टाफ की टीम भी थी. इस दौरान प्रयागराज से लेकर लखनऊ तक करीब 230 किलोमीटर का ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया था. पुलिस की गाड़ियों के स्कोर्ट के साथ एंबुलेंस पीजीआई पहुंची, जहां तत्काल गनर राघवेंद्र को आईसीयू में आगे के इलाज के लिए ले जाया गया. बता दें कि कांस्टेबल राघवेंद्र को तीन गोलियां लगी थीं, साथ ही बमबाजी की वजह से भी गंभीर चोट आई है. राघवेंद्र का इलाज अभी तक प्रयागराज के एसआरएन हॉस्पिटल में चल रहा था, वहीं उमेश पाल हत्याकांड में शामिल शूटर्स और साजिशकर्ताओं की तलाश के लिए प्रयागराज में एसटीएफ और पुलिस की 10 टीमें लगी हुई हैं. कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है, वहीं यूपी एसटीएफ चीफ अमिताभ यश भी प्रयागराज में डेरा जमाए हुए हैं. शनिवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में माफिया को मिट्टी में मिला देने की बात कही थी, उसी रात सीएम ने डीजीपी और प्रमुख सचिव गृह को भी तलब किया था.

उमेश पाल हत्याकांड, घटना के विरोध में न्यायिक कार्यों से विरत रहेंगे अधिवक्ता


प्रयागराज की जिला अदालत से घर वापस आते समय वकील उमेश पाल की बर्बरता पूर्ण की गई हत्या से आक्रोशित राजधानी की अधीनस्थ अदालतों के वकील सोमवार को न्यायिक कार्यों से विरत रहेंगे. रविवार की शाम को लखनऊ बार एसोसिएशन की कार्यकारिणी की एक आकस्मिक बैठक में इस आशय का निर्णय लिया गया. कहा गया कि वकीलों के साथ आए दिन ऐसी घटनाएं घट रही हैं.

अध्यक्ष सुरेश पांडेय की अध्यक्षता व महामंत्री कुलदीप नारायण मिश्र के संचालन में यह बैठक सम्पन्न हुई. इस बैठक में वकील उमेश पाल की हत्या की निंदा की गई व विरोध स्वरुप न्यायिक कार्यों से विरत रहने का निर्णय लिया गया. बैठक में इस हत्या पर आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा गया कि वकीलों की लगातार हो रही हत्याओं व अत्याचार जैसे गंभीर मसलों पर 27 फरवरी को बार एसोसिएशन की बैठक में अग्रिम रणनीति तय की जाएगी.

यह भी पढ़ें : लखनऊ में दबंगों की पिटाई से किसान की मौत, पुलिस सुरक्षा में हुआ अंतिम संस्कार

दूसरे गनर को गंभीर हालत में लाया गया PGI

लखनऊ : शुक्रवार को प्रयागराज में विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या कर दी गई थी. गोलीकांड में जहां उमेश पाल के एक गनर संदीप निषाद की मौत हो गई थी, वहीं एक गनर राघवेंद्र गंभीर घायल था. डॉक्टरों ने उसे लखनऊ रेफर किया गया था, जिसे प्रयागराज से लेकर लखनऊ तक ग्रीन कॉरिडोर बनाकर एंबुलेंस से पीजीआई में एडमिट कराया गया है. डॉक्टरों के मुताबिक, राघवेंद्र की हालत गंभीर बनी हुई है.


उमेश पाल के गनर राघवेंद्र को एंबुलेंस से लखनऊ के पीजीआई अस्पताल सड़क मार्ग से लाया गया है. गनर के साथ 4 डॉक्टर और 3 पेरामेडिकल स्टाफ की टीम भी थी. इस दौरान प्रयागराज से लेकर लखनऊ तक करीब 230 किलोमीटर का ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया था. पुलिस की गाड़ियों के स्कोर्ट के साथ एंबुलेंस पीजीआई पहुंची, जहां तत्काल गनर राघवेंद्र को आईसीयू में आगे के इलाज के लिए ले जाया गया. बता दें कि कांस्टेबल राघवेंद्र को तीन गोलियां लगी थीं, साथ ही बमबाजी की वजह से भी गंभीर चोट आई है. राघवेंद्र का इलाज अभी तक प्रयागराज के एसआरएन हॉस्पिटल में चल रहा था, वहीं उमेश पाल हत्याकांड में शामिल शूटर्स और साजिशकर्ताओं की तलाश के लिए प्रयागराज में एसटीएफ और पुलिस की 10 टीमें लगी हुई हैं. कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है, वहीं यूपी एसटीएफ चीफ अमिताभ यश भी प्रयागराज में डेरा जमाए हुए हैं. शनिवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में माफिया को मिट्टी में मिला देने की बात कही थी, उसी रात सीएम ने डीजीपी और प्रमुख सचिव गृह को भी तलब किया था.

उमेश पाल हत्याकांड, घटना के विरोध में न्यायिक कार्यों से विरत रहेंगे अधिवक्ता


प्रयागराज की जिला अदालत से घर वापस आते समय वकील उमेश पाल की बर्बरता पूर्ण की गई हत्या से आक्रोशित राजधानी की अधीनस्थ अदालतों के वकील सोमवार को न्यायिक कार्यों से विरत रहेंगे. रविवार की शाम को लखनऊ बार एसोसिएशन की कार्यकारिणी की एक आकस्मिक बैठक में इस आशय का निर्णय लिया गया. कहा गया कि वकीलों के साथ आए दिन ऐसी घटनाएं घट रही हैं.

अध्यक्ष सुरेश पांडेय की अध्यक्षता व महामंत्री कुलदीप नारायण मिश्र के संचालन में यह बैठक सम्पन्न हुई. इस बैठक में वकील उमेश पाल की हत्या की निंदा की गई व विरोध स्वरुप न्यायिक कार्यों से विरत रहने का निर्णय लिया गया. बैठक में इस हत्या पर आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा गया कि वकीलों की लगातार हो रही हत्याओं व अत्याचार जैसे गंभीर मसलों पर 27 फरवरी को बार एसोसिएशन की बैठक में अग्रिम रणनीति तय की जाएगी.

यह भी पढ़ें : लखनऊ में दबंगों की पिटाई से किसान की मौत, पुलिस सुरक्षा में हुआ अंतिम संस्कार

Last Updated : Feb 27, 2023, 12:59 PM IST
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