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लखनऊ: योग करने से पड़ता है गर्भवती महिलाओं पर सकारात्मक प्रभाव

उत्तर प्रदेश के लखनऊ में स्तनपान सप्ताह के तहत महिलाओं को स्तनपान और कम वजन के शिशुओं की देखभाल को लेकर जागरूक किया गया.

स्तनपान सप्ताह के तहत महिलाओं को किया डॉक्टरो ने जागरूक.
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Published : Aug 3, 2019, 10:28 PM IST

लखनऊ: जिले में डॉक्टरों और बाल रोग विशेषज्ञों ने महिलाओं को शिशुओं की देखभाल के प्रति जागरूक किया. स्तनपान सप्ताह के तहत वीरांगना अवंती बाई महिला चिकित्सालय में डॉक्टरों ने स्तनपान और कम वजन के शिशुओं की देखभाल को लेकर कई महत्वपूर्ण बात बताया.

स्तनपान सप्ताह के तहत महिलाओं को किया डॉक्टरो ने जागरूक.

डॉ नीरा जैन ने बताया-

  • स्तनपान सप्ताह के तहत ओपीडी में आई महिलाओं और मरीजों को स्तनपान के प्रति जागरूक किया गया.
  • इंदौर पेशेंट्स को भी ब्रेस्टफीडिंग के बारे में पूरी जानकारी दी गई.
  • प्रीमेच्योर डिलीवरी या फिर कम वजन के बच्चों के लिए स्तनपान कराना कितना जरूरी है, यह बताया गया.
  • ब्रेस्टफीडिंग ही प्रीमेच्योर बच्चों या फिर कम वजन के बच्चों को सही वजन में ला सकता है.

पढ़ें-प्रयागराज: तीसरे दिन भी जारी रही डॉक्टरों की हड़ताल, बिना इलाज कराए लौटे मरीज


बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सलमान ने बताया-

  • प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए भी कई तरह के आसन और योग होते हैं.
  • गर्भवती महिलाओं को उनके हिसाब से ही योग करवाया जाता हैं.
  • स्तनपान सप्ताह के तहत महिलाओं को उनके सुविधा के अनुसार योग के बारे में बताया गया.
  • सही योग से गर्भ में पल रहे शिशु पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है.

लखनऊ: जिले में डॉक्टरों और बाल रोग विशेषज्ञों ने महिलाओं को शिशुओं की देखभाल के प्रति जागरूक किया. स्तनपान सप्ताह के तहत वीरांगना अवंती बाई महिला चिकित्सालय में डॉक्टरों ने स्तनपान और कम वजन के शिशुओं की देखभाल को लेकर कई महत्वपूर्ण बात बताया.

स्तनपान सप्ताह के तहत महिलाओं को किया डॉक्टरो ने जागरूक.

डॉ नीरा जैन ने बताया-

  • स्तनपान सप्ताह के तहत ओपीडी में आई महिलाओं और मरीजों को स्तनपान के प्रति जागरूक किया गया.
  • इंदौर पेशेंट्स को भी ब्रेस्टफीडिंग के बारे में पूरी जानकारी दी गई.
  • प्रीमेच्योर डिलीवरी या फिर कम वजन के बच्चों के लिए स्तनपान कराना कितना जरूरी है, यह बताया गया.
  • ब्रेस्टफीडिंग ही प्रीमेच्योर बच्चों या फिर कम वजन के बच्चों को सही वजन में ला सकता है.

पढ़ें-प्रयागराज: तीसरे दिन भी जारी रही डॉक्टरों की हड़ताल, बिना इलाज कराए लौटे मरीज


बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सलमान ने बताया-

  • प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए भी कई तरह के आसन और योग होते हैं.
  • गर्भवती महिलाओं को उनके हिसाब से ही योग करवाया जाता हैं.
  • स्तनपान सप्ताह के तहत महिलाओं को उनके सुविधा के अनुसार योग के बारे में बताया गया.
  • सही योग से गर्भ में पल रहे शिशु पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है.
Intro:लखनऊ। स्तनपान सप्ताह के तहत वीरांगना अवंती बाई महिला चिकित्सालय में आज डॉक्टरों और बाल रोग विशेषज्ञों द्वारा महिलाओं को योग के महत्व स्तनपान और कम वजन के शिशुओं की देखभाल के प्रति जागरूक किया गया।


Body:वीओ1 वीरांगना अवंतीबाई महिला चिकित्सालय की एसआईसी डॉ नीरा जैन ने बताया कि गर्भवती महिलाओं के लिए स्तनपान सप्ताह के तहत आज ओपीडी में आई महिलाओं और मरीजों को स्तनपान के प्रति जागरूक किया गया इसके अलावा इंदौर पेशेंट्स को भी ब्रेस्टफीडिंग के बारे में पूरी जानकारी दी गई यह भी बताया गया कि प्रेमी चोर डिलीवरी या फिर कम वजन के बच्चों के लिए स्तनपान कराना कितना जरूरी है क्योंकि ब्रेस्टफीडिंग ही प्रीमेच्योर बच्चों या फिर कम वजन के बच्चों को सही वजन में ला सकता है और उन्हें सही रूप से ग्रोथ दिला सकता है। अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सलमान ने बताया कि प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए भी कई तरह के आसन और योग होते हैं। गर्भवती महिलाओं को उनके हिसाब से ही योग करवाया जाता है। स्तनपान सप्ताह के तहत आज हमने ओपीडी में आई महिलाओं के साथ अस्पताल में भी रह रही महिलाओं को उनके सुविधा के अनुसार योग के बारे में बताया। गर्भवती महिलाओं को उनके हिसाब से ही प्राणायाम या योग करवाया जाता है जिससे उनके गर्भ में पल रहे शिशु पर सकारात्मक प्रभाव पड़े। इसके अलावा डिलीवरी के बाद भी मांओं को योग करवाया जाता है जिससे वह फिट रहें।


Conclusion: बाइट- डॉ नीरा जैन, एसआईसी, डफरिन अस्पताल बाइट- डॉ सलमान, डफरिन अस्पताल रामांशी मिश्रा
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