लखनऊः राजधानी के कला एवं शिल्प महाविद्यालय में लगा कूड़े का ढेर न सिर्फ सरकार के स्वच्छता अभियान को ठेंगा दिखा रही है, बल्कि यहां स्टूडेंट्स के लिए भी परेशानी का सबब बन रही है. लखनऊ विश्वविद्यालय से संबद्ध इस महाविद्यालय में कूड़े की बदबू से स्टूडेंट पढ़ाई तो दूर बैठने तक की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं.
महाविद्यालय कार्यरत प्रोफेसर्स का कहना है कि इस गंदगी को लेकर कई बार विश्वविद्यालय से शिकायत की जा चुकी है, लेकिन कोई सुनवाई नही हुई है. वहीं विश्वविद्यालय प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि महाविद्यालय में होने वाली गंदगी को लेकर इस समस्या का समाधान कर दिया जाएगा.
उन्होंने बताया कि लगभग ये समस्या पिछले 3 साल से है. यहां पर प्लास्टर, पॉलीथिन, प्लास्टिक की बोतल जितनी भी गंदगी है सब यही पर डाल दी जाती हैं. जिससे गंदगी होने के चलते काफी बदबू फैलती है कि जिससे बच्चों के बीमार होने का भी डर रहता है. कई बार गंदगी के चलते कई बार यहां सांप भी देखे जा चुके हैं. जिसकी वजह से बच्चे पढ़ने से भी डरते हैं.
वही इस पूरे मामले पर विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी दुर्गेश श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए बताया कि यहां पर पेड़ों की पत्तियां बजाना गड्ढे में डाली जाती थी, जिससे खाद का निर्माण होता था. उन्होंने कहा कि गंदगी और कूड़े के ढेर का मामला जानकारी में नहीं है.
विज्ञान विभाग यहां पर इस तरह की गंदगी भी डाल रहा है इसकी भी जानकारी नहीं है. हालांकि मामला हमारे संज्ञान में आ चुका है. जल्द ही महाविद्यालय में पढ़ने वाले कूड़े वह गंदगी को साफ करवा दिया जाएगा ताकि विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को किसी तरह की भी कोई समस्या ना हो सके.