झांसी : महाकुंभ के स्नान में शामिल होने झांसी पहुंचीं पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने अखिलेश और केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जिन्होंने कार सेवकों पर गोलियां चलवायीं हों वह कुंभ की आस्था को क्या समझेंगे मीडिया से चर्चा के बाद वह बुंदेलखंड एक्सप्रेस से प्रयागराज के लिए रवाना होगीं.
उमा भारती ने कहा अमृत की बेला है महाकुंभ : मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि झांसी से प्रयागराज जाना उनको सरल पड़ता है. इसलिए वह झांसी पहुंची है. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और भीम आर्मी के चंद्रशेखर आजाद के कुंभ पर दिए बयान का जवाब देते हुए, उन्होंने कहा कि महाकुंभ अमृत की बेला है. जिनको जीवन का अमृत प्राप्त करना होता है वह कुंभ में स्नान के लिए जाते हैं. पाप धोने के लिए तो मनुष्य घर में बैठे बैठ भी प्रायश्चित कर लेता है इसलिए जो लोग वहां जा रहे हैं वो भगवान की भक्ति का अमृत प्राप्त करने के लिए जा रहे हैं.
कुंभ पर सवाल उठाने वालों के लिए उनको कुछ नहीं कहना है. आस्था रखने वाले करोड़ों लोग जो कुंभ में जा रहे हैं ऐसे बयान देकर उनका अपमान किया जा रहा है और इसी कारण से इन लोगों की दुर्दशा हुई है. जिसको ये लोग आज भुगत रहे है. जिन लोगों ने और उनकी पार्टी ने कार सेवकों पर गोलियां चलाकर उनकी हत्या की हो ऐसे लोग भी संसार में होते हैं यदि ऐसे लोग न हों तो सृष्टि का संतुलन बिगड़ जाएगा. इसलिए ऐसे लोगों का होना भी जरूरी है.
राहुल गांधी के आमंत्रण को लेकर कही यह बात : कुंभ में राहुल गांधी के आमंत्रण को लेकर उन्होंने कहा कि किसको आमंत्रण दिया गया है इसका जवाब सीएम योगी ही दे सकते हैं. राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को आमंत्रण देना एक सामान्य प्रक्रिया होती है. बाकियों के लिए क्या होता है वो जाने. राहुल गांधी और अखिलेश यादव के कुंभ में शामिल होने के सवाल का जवाब देते हुए उमा भारती ने कहा जो आस्था रखते हैं वह कुंभ में जाते हैं.
दिल्ली में चुनाव के दौरान अरविंद केजरीवाल के लिए कई मुफ्त योजनाओं पर प्रहार करते हुए, उन्होंने कहा कि इस देश में मोदी एक ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जो कहते हैं कि इस देश को सामर्थवान बनाओ, सत्तावान न बनाओ, जनधन योजना वही है. समाज सत्ता पर आश्रित न हो बल्कि सत्ता समाज पर आश्रित हो. अरविंद केजरीवाल पर प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि केजरीवाल अन्ना हजारे के आंदोलन से निकले हैं. जिस कोख से वो निकले उसी को अपमानित कर दिया. अन्ना हजारे के लिए इससे बड़ा दुर्भाग्य और क्या हो सकता हैं.
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