लखनऊ: डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा शुक्रवार को हनुमान सेतु मंदिर पार्किंग स्थल पर आयोजित वैदिक सम्मेलन में पहुंचे थे. संकट मोचन हनुमान जी मंदिर ट्रस्ट वेद विद्यालय एवं महर्षि सांदीपनि राष्ट्रीय वेदविद्या प्रतिष्ठान उज्जैन (शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार) के संयुक्त तत्वाधान में इसका आयोजन किया गया था.
इस दौरान डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा ने प्रदेश के संस्कृत विद्यालयों में अध्यापकों की जल्द ही नियमित नियुक्ति किए जाने की घोषणा की है. उन्होंने बताया कि संस्कृत अध्यापकों के नियमित नियुक्ति के लिए बोर्ड को अधियाचन भेजा जा चुका है. जल्द ही नियमित नियुक्तियां की जाएंगी. जल्द ही रिक्त पदों को भरने का कार्य कर दिया जाएगा.
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि पद्यमश्री प्रो. बृजेश कुमार शुक्ला, अध्यक्ष संस्कृत विभाग लखनऊ विश्वविद्यालय, सभाध्यक्ष, प्रो अशोक कुमार कालिया, पूर्व कुलपति स. स.विद्यालय, वाराणसी तथा श्री दिवाकर त्रिपाठी सचिव, हनुमान मंदिर ट्रस्ट मंडल सहित अन्य लोग भी उपस्थित थे.
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उपमुख्यमंत्री ने यह घोषणाएं की
- लखनऊ विश्वविद्यालय में लगभग 04 करोड़ रुपये की लागत से अभिनव संस्कृत संस्थान का निर्माण कराया गया है, जो संस्कृत भाषा के उन्नयन की दिशा में कार्य करेगा.
- प्रदेश सरकार ने मॉडल के रूप में कुछ संस्कृत विद्यालयों में बालिका छात्रावास का निर्माण कराए जाने का निर्णय लिया है.
- सरकार ने वैदिक संस्कृति के पुनर्जीवन के लिए अयोध्या में निजी क्षेत्र के सहयोग से श्रीराम वैदिक विश्वविद्यालय की स्थापना किए जाने का निर्णय लिया है. इसमें वैदिक विद्वानों द्वारा पठन-पाठन के प्रोफेशनल कोर्स चलाए जाएंगे, जिससे विद्यार्थियों को पढ़ने के बाद रोजगार तलाशने में कठिनाई न हो.
- श्रीराम विश्वविद्यालय में वैदिक संस्कृति के साथ-साथ विभिन्न धर्म शास्त्रों पर शोध का कार्य भी होगा. ज्योतिर्विज्ञान एवं कर्मकांड का अलग से विभाग भी बनाया जाएगा.
- संस्कृत के राजकीय और अनुदानित विद्यालयों की सूची तैयार कर जल्द ही उनका जीर्णोद्धार कराया जाएगा, जिससे संस्कृत विद्यालय अच्छे हो और विद्यालयों में पठन-पाठन की प्रक्रिया सुचारू रूप से संपादित हो सके.