लखनऊः बीजेपी के एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह की मुश्किलें बढ़ती दिख रही है. मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की एक अर्जी दी गयी है. जिस पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट रवि कुमार गुप्ता ने दाखिल की गई अर्जी पर थाना गोमती नगर पुलिस से आख्या तलब किया है. मामले की अगली सुनवाई 17 सितंबर को होगी.
सोमवार को अदालत में मनीष कुमार सिंह ने ये अर्जी दाखिल की है. उन्होंने इस अर्जी में एमएलसी दिनेश कुमार सिंह पर फर्जी दस्तावेजों के जरिए पता बताकर पासपोर्ट बनवाने का आरोप लगाया है. साथ ही अदालत से इस मामले में उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच कराने का आदेश देने की मांग की है. कहा गया है कि दिनेश प्रताप सिंह के खिलाफ रायबरेली जिले में चार आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं. इसलिए उन्होंने अपना पता गोमती नगर, लखनऊ का दिखाते हुए फर्जी दस्तावेजों के सहारे पासपोर्ट हासिल कर लिया है.
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वादी का कहना है कि एमएलसी द्वारा किया गया यह कृत्य भारतीय पासपोर्ट अधिनियम के साथ-साथ आईपीसी की भी तमाम धाराओं में दंडनीय है. कहा गया है कि मामले में किस प्रकार फर्जीवाड़ा किया गया है और कौन-कौन से लोग इस फर्जीवाड़े में एमएलसी के साथ शामिल थे, इसका पता पुलिस विवेचना से ही लगाया जा सकता है. कहा गया है कि दिनेश प्रताप सिंह वास्तव में रायबरेली के सिविल लाइंस में फिरोज गांधी कॉलोनी के निवासी हैं. जबकि उन्होंने पासपोर्ट हासिल करने के लिए विपुल खंड, गोमती नगर का फर्जी पता दिखाया है. फिलहाल कोर्ट ने इस पूरे मामले पर गोमती नगर पुलिस से आख्या तलब करने का आदेश दिया है. इस मामले में अगली सुनवाई 17 सितंबर को होनी है.
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