ETV Bharat / state

लखनऊ: कोरोना के खौफ के बावजूद आरटीओ ऑफिस में उमड़ रही भीड़

यूपी की राजधानी लखनऊ में कोरोना के कहर के चलते परिवहन विभाग ने आरटीओ कार्यालय में आने वाले आवेदकों से जरूरी काम न होने पर 4 अप्रैल तक कार्यालय न आने का अनुरोध किया है. बावजूद इसके कार्यालय में जुटने वाली भीड़ कम नहीं हो रही है. बड़ी संख्या में आवेदक अपना काम कराने आरटीओ ऑफिस पहुंच रहे हैं.

crowd is gathering in rto office despite fear of corona in lucknow
लखनऊ में कोरोना के खौफ के बावजूद आरटीओ ऑफिस में उमड़ रही भीड़.
author img

By

Published : Mar 21, 2020, 4:24 AM IST

लखनऊ: कोरोना के कहर के चलते परिवहन विभाग ने भले ही आरटीओ कार्यालय में आने वाले आवेदकों से अगर जरूरी न हो तो 4 अप्रैल तक कार्यालय न आने का अनुरोध किया हो, लेकिन कार्यालय में जुटने वाली भीड़ कम होने का नाम ही नहीं ले रही रही है. शुक्रवार को भी बड़ी संख्या में आवेदक अपना काम कराने आरटीओ कार्यालय पहुंचे. अधिकारी कार्यालय आई जनता को यह समझाते भी दिखे कि अपने साथ कार्यालय में किसी वे को भी न लाएं. अगर अपना काम कराने आएं तो सिर्फ अकेले आएं, जिससे कोरोना वायरस के फैलने की गुंजाइश न रहे.

आरटीओ ऑफिस में उमड़ रही भीड़.

परिवहन विभाग की अपील का नहीं हुआ असर
हर दिन की तरह शुक्रवार को भी बिना कोरोना से डरे बड़ी संख्या में लोग आरटीओ कार्यालय में अपना काम कराने पहुंचे. जबकि गुरुवार शाम को ही परिवहन आयुक्त कार्यालय की तरफ से प्रेस नोट जारी कर आवेदकों से अपील की गई थी कि 21 मार्च से 4 अप्रैल तक के लर्नर लाइसेंस के जिन आवेदकों के स्लॉट हैं, उन्हें रीशेड्यूल कर दिया जाएगा और वे अपने लाइसेंस बनवाने के लिए 15 से 25 अप्रैल के बीच आरटीओ कार्यालय आ सकते हैं, लेकिन आवेदकों का इस पर कोई असर नहीं हुआ.

अधिकारियों को सता रहा कोरोना का डर
परिवहन विभाग ने यह भी अपील की है कि परमानेंट आवेदक, जिनके स्लॉट 21 मार्च से 4 अप्रैल तक के बीच हैं, उनकी अवधि अगर 30 अप्रैल को खत्म हो रही है, तभी आरटीओ कार्यालय आएं. परिवहन विभाग की अपील के बावजूद लोग अपने समय पर ही कई लोगों को साथ लेकर आरटीओ कार्यालय पहुंच रहे हैं. इस भीड़ का डर आरटीओ कार्यालय के अधिकारियों और कर्मचारियों को भी सता रहा है. इसकी वजह यही है कि भीड़ से कोरोना फैलने का खतरा कहीं ज्यादा बढ़ जाता है.

हालांकि भीड़ के चलते ही अधिकारियों ने सजगता बरती है. गेट नंबर 1 से एंट्री देने के साथ ही सभी लोगों को सैनिटाइजर से सैनिटाइज करने के बाद ही अंदर प्रवेश दिया जा रहा है.

आरटीओ ने दी जानकारी
आरटीओ आरपी द्विवेदी ने कहा कि आरटीओ ऑफिस में पब्लिक का आवागमन काफी होता है. इसके चलते जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की जो भी गाइडलाइन जारी की गई है, उसके अनुरूप हमने पूरे ऑफिस में एंटी वायरस का छिड़काव कराया है. जो भी व्यक्ति आएगा, उनके लिए एक गेट से एंट्री की व्यवस्था की गई है. ताकि वही व्यक्ति अंदर प्रवेश करें, जिनका यहां पर कार्य है.

उन्होंने बताया कि सभी को सैनिटाइजर से सैनिटाइज करने के बाद प्रवेश दिया जा रहा है. लखनऊ की जनता से और आरटीओ कार्यालय आने वाले लोगों से मेरी विशेष अपील है कि उनका अति आवश्यक कार्य है तो एक ही व्यक्ति आरटीओ कार्यालय आए. कई लोगों को अपने साथ लेकर न आएं. कोरोना वायरस से हम जितना बचाव कर सकेंगे, वहीं बेहतर है.
ये भी पढ़ें: लखनऊः सचिवालय में टूट रहा कोरोना का सुरक्षा चक्र, हाथ धोने की व्यवस्था हुई फेल

लखनऊ: कोरोना के कहर के चलते परिवहन विभाग ने भले ही आरटीओ कार्यालय में आने वाले आवेदकों से अगर जरूरी न हो तो 4 अप्रैल तक कार्यालय न आने का अनुरोध किया हो, लेकिन कार्यालय में जुटने वाली भीड़ कम होने का नाम ही नहीं ले रही रही है. शुक्रवार को भी बड़ी संख्या में आवेदक अपना काम कराने आरटीओ कार्यालय पहुंचे. अधिकारी कार्यालय आई जनता को यह समझाते भी दिखे कि अपने साथ कार्यालय में किसी वे को भी न लाएं. अगर अपना काम कराने आएं तो सिर्फ अकेले आएं, जिससे कोरोना वायरस के फैलने की गुंजाइश न रहे.

आरटीओ ऑफिस में उमड़ रही भीड़.

परिवहन विभाग की अपील का नहीं हुआ असर
हर दिन की तरह शुक्रवार को भी बिना कोरोना से डरे बड़ी संख्या में लोग आरटीओ कार्यालय में अपना काम कराने पहुंचे. जबकि गुरुवार शाम को ही परिवहन आयुक्त कार्यालय की तरफ से प्रेस नोट जारी कर आवेदकों से अपील की गई थी कि 21 मार्च से 4 अप्रैल तक के लर्नर लाइसेंस के जिन आवेदकों के स्लॉट हैं, उन्हें रीशेड्यूल कर दिया जाएगा और वे अपने लाइसेंस बनवाने के लिए 15 से 25 अप्रैल के बीच आरटीओ कार्यालय आ सकते हैं, लेकिन आवेदकों का इस पर कोई असर नहीं हुआ.

अधिकारियों को सता रहा कोरोना का डर
परिवहन विभाग ने यह भी अपील की है कि परमानेंट आवेदक, जिनके स्लॉट 21 मार्च से 4 अप्रैल तक के बीच हैं, उनकी अवधि अगर 30 अप्रैल को खत्म हो रही है, तभी आरटीओ कार्यालय आएं. परिवहन विभाग की अपील के बावजूद लोग अपने समय पर ही कई लोगों को साथ लेकर आरटीओ कार्यालय पहुंच रहे हैं. इस भीड़ का डर आरटीओ कार्यालय के अधिकारियों और कर्मचारियों को भी सता रहा है. इसकी वजह यही है कि भीड़ से कोरोना फैलने का खतरा कहीं ज्यादा बढ़ जाता है.

हालांकि भीड़ के चलते ही अधिकारियों ने सजगता बरती है. गेट नंबर 1 से एंट्री देने के साथ ही सभी लोगों को सैनिटाइजर से सैनिटाइज करने के बाद ही अंदर प्रवेश दिया जा रहा है.

आरटीओ ने दी जानकारी
आरटीओ आरपी द्विवेदी ने कहा कि आरटीओ ऑफिस में पब्लिक का आवागमन काफी होता है. इसके चलते जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की जो भी गाइडलाइन जारी की गई है, उसके अनुरूप हमने पूरे ऑफिस में एंटी वायरस का छिड़काव कराया है. जो भी व्यक्ति आएगा, उनके लिए एक गेट से एंट्री की व्यवस्था की गई है. ताकि वही व्यक्ति अंदर प्रवेश करें, जिनका यहां पर कार्य है.

उन्होंने बताया कि सभी को सैनिटाइजर से सैनिटाइज करने के बाद प्रवेश दिया जा रहा है. लखनऊ की जनता से और आरटीओ कार्यालय आने वाले लोगों से मेरी विशेष अपील है कि उनका अति आवश्यक कार्य है तो एक ही व्यक्ति आरटीओ कार्यालय आए. कई लोगों को अपने साथ लेकर न आएं. कोरोना वायरस से हम जितना बचाव कर सकेंगे, वहीं बेहतर है.
ये भी पढ़ें: लखनऊः सचिवालय में टूट रहा कोरोना का सुरक्षा चक्र, हाथ धोने की व्यवस्था हुई फेल

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.