लखनऊः शुक्रवार को प्रदेश के विभिन्न जिलों में हुई भारी बारिश और ओलावृष्टि के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया. तेज हवाओं के साथ हुई बारिश ने किसानों की कमर तोड़कर रख दी है. चित्रकूट जिले में बारिश और ओलावृष्टि से हुए नुकसान का आकलन लगातार किया जा रहा है. वहीं बलिया में इस बारिश के कारण किसानों को आने वाले समय में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है.
चित्रकूट में भारी बारिश और ओलावृष्टि से फसलें तबाह
शुक्रवार को जिले में हुई भारी बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की कमर तोड़कर रख दी है. इस बारिश के कारण किसानों की फसलें पूरे तरीके से नष्ट हो गई. वहीं जिले के सैकड़ों गांव ओलावृष्टि की चपेट में आ गए. बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि का दौर बुंदेलखंड में बीते 1 सप्ताह से चल रहा है. किसानों की फसल खलियान में रखने के लिए तैयार थी, लेकिन जिले में हुई बारिश के साथ ही जबरदस्त ओलावृष्टि ने किसानों की सारी उम्मीदों में पानी फेर दिया. दलहन और तिलहन फसलों के साथ ही गेहूं की फसल भी नष्ट हो गई है.
इस बारे में कृषि अधिकारी बसंत दुबे ने बताया कि 6 दिनों से लगातार चारों तहसीलों के क्षेत्र में जाकर किसानों की हुई फसल बर्बादी मामले में आंकलन करके रिपोर्ट तैयार कर भेजा जा रहा है. साथ ही उन्होंने कहा जिलाधिकारी के निर्देश पर उप जिलाधिकारी सहित लेखपालों का दल अपने-अपने कार्यक्षेत्र में जाकर बारिश और ओलावृष्टि से हुए नुकसान का प्राक्कलन लगातार कर रहा है. समय रहते इसकी रिपोर्ट भी शासन को भेज रहे हैं. जल्द ही किसानों को फसलों के नुकसान की भरपाई की जाएगी.
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बलिया में बारिश बनी किसानों के लिए मुसीबत
बलिया जिले के बेल्थरा रोड क्षेत्र के ग्राम सभा शिवपुर मठिया में बेमौसम बारिश के कारण किसानों की खड़ी फसल बर्बाद हो गई, जिससे आने वाले समय में किसान गेहूं की फसल की कटाई करने में असमर्थ दिखाई देंगे. शिवपुर मठिया निवासी पलकु यादव का 21 कट्ठा गेहूं की फसल गिरकर बर्बाद हो गई. वहीं किसान रामबदन का 2 बीघा गेहूं की फसल गिरकर बर्बाद हो गई. किसानों का कहना है कि आने वाले समय में लोगों को खाने के लिए अन्न के एक-एक दाने के लिए तरस सकते है.