लखनऊ: राजधानी में मौसम के उतार-चढ़ाव के साथ फिर से कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने लगी है. महीने की शुरुआत में दो सौ से ढाई सौ के बीच मरीज आ रहे थे. पिछले तीन दिनों में ये आंकड़ा 300 के करीब पहुंच गया है. इनमें शुक्रवार को सबसे ज्यादा 383 मरीज मिले.
आईसीयू बेड के लिए वेटिंग
बदलते मौसम के कारण कोविड-19 हॉस्पिटल में गंभीर मरीज भी बढ़ रहे हैं. इसकी वजह से हॉस्पिटल में मरीजों को ऑक्सीजन और वेंटिलेटर सपोर्ट की ज्यादा जरूरत पड़ रही है. बड़े प्राइवेट हॉस्पिटल के अलावा पीजीआई, केजीएमयू और लोहिया समेत एल-3 कोविड अस्पतालों में पहले खाली चल रहे वेंटीलेटर बेड फिर से फुल हो गए हैं. इसकी वजह से फिर से बेड की लम्बी वेटिंग चल रही है. आईसीयू बेड के लिए गंभीर मरीजों को घंटों से लेकर दिनों तक का इंतजार करना पड़ रहा है.
जिम्मदेदार बोले
सीएमओ डॉ. संजय भटनागर का कहना है कि पिछले दिनों त्योहारों में उमड़ी भीड़, एक दूसरे बिना सोशल डिस्टेंस के मिलना और दूसरे राज्यों से आए लोगों के कारण इन दिनों कोरोना के मरीज ज्यादा आ रहे हैं. हालांकि उन्होंने कोरोना की दूसरी लहर आने से इनकार किया है.
निजी मेडिकल कॉलेजों का स्टाफ लेगा ट्रेनिंग
सीएमओ डॉ. संजय भटनागर का कहना है कोरोना की दूसरी लहर को रोकने के लिए निजी मेडिकल कॉलेजों को भी अलर्ट कर दिया गया है. इसके लिए मेडिकल कॉलेजों से उनके यहां के छात्रों का डेटा मांगा गया है, जिसके बाद मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों से उन्हें कोविड वार्ड में 15 दिनों की ट्रेनिंग दी जाएगी.
बदलते मौसम में ऐसे रंग दिखा रहा कोरोना, बेड हुए फुल
यूपी की राजधानी लखनऊ में पिछले एक सप्ताह से मौसम में काफी बदलाव देखा जा रहा है, जिससे कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने लगी है. राजधानी के कोविड-19 अस्पतालों में मरीजों संख्या में इजाफा देखने को मिल रहा है.
लखनऊ: राजधानी में मौसम के उतार-चढ़ाव के साथ फिर से कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने लगी है. महीने की शुरुआत में दो सौ से ढाई सौ के बीच मरीज आ रहे थे. पिछले तीन दिनों में ये आंकड़ा 300 के करीब पहुंच गया है. इनमें शुक्रवार को सबसे ज्यादा 383 मरीज मिले.
आईसीयू बेड के लिए वेटिंग
बदलते मौसम के कारण कोविड-19 हॉस्पिटल में गंभीर मरीज भी बढ़ रहे हैं. इसकी वजह से हॉस्पिटल में मरीजों को ऑक्सीजन और वेंटिलेटर सपोर्ट की ज्यादा जरूरत पड़ रही है. बड़े प्राइवेट हॉस्पिटल के अलावा पीजीआई, केजीएमयू और लोहिया समेत एल-3 कोविड अस्पतालों में पहले खाली चल रहे वेंटीलेटर बेड फिर से फुल हो गए हैं. इसकी वजह से फिर से बेड की लम्बी वेटिंग चल रही है. आईसीयू बेड के लिए गंभीर मरीजों को घंटों से लेकर दिनों तक का इंतजार करना पड़ रहा है.
जिम्मदेदार बोले
सीएमओ डॉ. संजय भटनागर का कहना है कि पिछले दिनों त्योहारों में उमड़ी भीड़, एक दूसरे बिना सोशल डिस्टेंस के मिलना और दूसरे राज्यों से आए लोगों के कारण इन दिनों कोरोना के मरीज ज्यादा आ रहे हैं. हालांकि उन्होंने कोरोना की दूसरी लहर आने से इनकार किया है.
निजी मेडिकल कॉलेजों का स्टाफ लेगा ट्रेनिंग
सीएमओ डॉ. संजय भटनागर का कहना है कोरोना की दूसरी लहर को रोकने के लिए निजी मेडिकल कॉलेजों को भी अलर्ट कर दिया गया है. इसके लिए मेडिकल कॉलेजों से उनके यहां के छात्रों का डेटा मांगा गया है, जिसके बाद मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों से उन्हें कोविड वार्ड में 15 दिनों की ट्रेनिंग दी जाएगी.