लखनऊ: प्रदेश में अब ग्रांउड ब्रेकिंग सेरेमनी की तैयारियां जोर-शोर से शुरू हो गई हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों से एक माह के अंदर निवेश संबंधी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश जारी किए हैं. गौरतलब है कि जीआईएस-23 में प्रदेश को 36 लाख करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए थे. इस दौरान प्रदेश के सभी 75 जिलों में निवेशकों ने रुचि दिखाई थी.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उच्च स्तरीय बैठक में सभी जिलाधिकारियों और मंडलायुक्तों को निवेशकों को निवेश के लिए जमीन जुटाने को कहा. कहा कि मिर्जापुर, महराजगंज समेत कई जिलों से निवेश के बड़े प्रस्ताव मिले हैं. ऐसे में मुख्यमंत्री ने तहसील स्तर पर छोटे-बडे़ सभी निवेशकों से संवाद करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को एक माह के अंदर निवेश संबंधी रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय को प्रस्तुत करने को कहा है. कहा कि वह खुद रिपोर्ट की समीक्षा कर लापरवाह अफसरों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे.
अधिकारियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने कृषि जमीन के परिवर्तन की रिपोर्ट पेश की. कहा कि प्रदेश में 42,706 आवेदन प्राप्त हुए हैं. इनमें 36,327 आवेदन निस्तारित हो चुके हैं. शेष आवेदन लंबित हैं. लंबित 1224 आवेदन तय समय सीमा 45 दिन के अंदर के हैं, वहीं 5121 आवेदन इसके बाद के हैं.
समय सीमा है निर्धारित
बता दें कि कृषि भूमि का गैर कृषिक भूमि में परिवर्तन के लिए 45 दिन की समय सीमा निर्धारित की गई है और इसका निस्तारण उपजिलाधिकारी स्तर पर किया जाता है. निवेशकों ने निवेश मित्र पोर्टल से कुल 1017 आवेदन पत्र जमा किए. इनमें से 904 आवेदनों को निस्तारित किया जा चुका है, जिसका रेश्यो 89 प्रतिशत है. 113 आवेदन लंबित हैं. इनमें से लंबित 104 आवेदन तय समय सीमा के अंदर के हैं जबकि 9 लंबित आवेदन तय समय सीमा के बाद के हैं.
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