लखनऊः प्रगतिशील कृषक सम्मेलन में सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश के किसान लगातार उत्पादन बढ़ा रहे हैं. हमारे किसान भाई इस धरती से सोना उगल सकते हैं. उन्होंने कहा प्रदेश में 352 कृषि उत्पादक संगठन हैं, इसके तहत ड्रिप इरिगेशन को बढ़ावा दिया जा रहा है. सीएम ने कहा कि 60 हजार ग्राम पंचायतों में एक-एक कृषि संगठन हों यह हमारा लक्ष्य है.
लखनऊ में आयोजित प्रगतिशील कृषक सम्मेलन में सीएम योगी ने प्रदेश की सभी किसानों से जुड़ी योजनाओं का उल्लेख करते हुए कई महत्तवपूर्ण बातें साझा की हैं. इस दौरान उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश की धरती उपजाऊ है और हमारे प्रदेश में पानी की भी कमी नहीं है. इसके बावजूद भी कुछ लोगों की लापरवाही के चलते प्रदेश में कुछ साल पहले ऐसी स्थिति पैदा हो गई थी कि किसानों को आत्महत्या करना पड़ रहा था. ऐसी स्थिति देखते हुए देश का युवा कृषि से पलायन कर रहा था, लेकिन आज पीएम मोदी ने किसानों को देश की राजनीति का हिस्सा बना दिया है.
सीएम योगी ने कहा कि आज किसानों को किसान निधि और प्रोक्योरमेंट के जरिए लागत का डेढ़ गुना मिल रहा है. वहीं यह लक्ष्य सामने है कि किसानों की आय दोगुना करना है. जब हमारी सरकार आई तो प्रदेश का किसान परेशान था, पलायन कर रहा था और आत्महत्या भी. इससे उभरने के लिए प्रदेश सरकार ने सबसे पहले लघु और मध्य वर्ग के किसानों के एक लाख रुपये तक कर्ज माफ किए थे. इसके साथ ही प्रदेश में कई नहर और सिंचाई परियोजना जो लंबे समय से लंबित थीं उन्हे भी शुरू किया गया. आने वाले दिनों में हम 20 लाख हेक्टेयर भूमि सींचने में सक्षम हो जाएंगे.
आगे सीएम ने कहा कि हमारा ऐजेंडा है कि किसानों को तकनीक दिलाई जाए. इसलिए 20 नए कृषि विज्ञान केंद्र खोले गए हैं. हर जनपद में हमने कृषि विज्ञान केंद्र खोले हैं. इसके साथ ही इन केंद्रों को 4 कृषि विश्विद्यालय से जोड़ा गया है. प्रदेश में गन्ना किसान परेशान था क्योंकि चीनी मिलें बंद कर दी गई थीं, लेकिन हमारी सरकार ने बंद चीनी मिलों को खोला है. इसके साथ ही 82 हजार रुपय के गन्ना मूल्य का भुगतान किया गया.
प्रदेश की कृषि व्यवस्था पर जोर देते हुए सीएम योगी ने बताया कि देश के अन्य राज्यों में जहां चीनी मिलें बंद हो रहीं हैं, वहां हमारे प्रदेश में 116 से बढ़ कर 121 चीनी मिलें सुचारु रूप से चल रही हैं. पीएम मोदी के बताए रास्ते पर हमारी सरकार चल रही है. हमारी सरकार का यही उद्देश्य है कि हमें कृषि व्यवस्था को बेहतर करना है. सीएम ने कहा 352 कृषक उत्पादन संगठन प्रदेश में काम कर रहे हैं. हमारा उद्देश्य है कि प्रथम चरण में हर विकास खंड के स्तर से 823 , दूसरे चरण में न्याय पंचायत स्तर पर 8 हजार और तीसरे चरण में कृषक उत्पादन संगठन खोले जाएंगे. ये लोगों को बेहतर तरीके से कृषि से जुड़ी तकनीकों की जानकारी देंगे और प्रदेश की कृषि व्यवस्था को बेहतर बनाएंगे.