लखनऊ : कुशीनगर और सहारनपुर में जहरीली शराब पीने से हुई मौतों के बाद शासन ने सख्त रुख अख्तियार किया है. शासन ने अवैध शराब कारोबारियों से सख्ती से निपटने की रणनीति तैयार की है. इसके लिए मुख्य सचिव डॉ अनूप चंद पांडे ने शुक्रवार को लोक भवन में वीडियो कॉफ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को अवैध शराब कारोबारियों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.
दरअसल, कुशीनगर और सहारनपुर में जहरीली शराब पीने से करीब डेढ़ दर्जन निर्दोष लोगों की मौत हो गई थी. घटना से नाराज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शासन के अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई थी. सीएम योगी ने दोनों जिलों के आला अधिकारियों को निर्देश दिया था कि पीड़ित परिवार को तत्काल राहत पहुंचाई जाए. वहीं मृतकों के परिजनों को दो लाख और इलाज करा रहे लोगों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा भी की थी.
वहीं शुक्रवार शाम को मुख्य सचिव डॉ अनूप चंद पांडे और डीजीपी ओपी सिंह ने मुख्य सचिव दफ्तर में बैठकर वीडियो कॉफ्रेंसिंग की. वीडियो कॉफ्रेंसिंग जरिए सभी जिला अधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को अवैध शराब कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के कड़े निर्देश दिए गए हैं. वीडियो कॉफ्रेंसिंग ने मुख्य सचिव डॉ अनूप चंद पांडे ने कहा कि प्रदेश भर में शुक्रवार रात से ही 15 दिनों तक जिला प्रशासन और पुलिस मिलकर संयुक्त रूप से अभियान चलाएं.
मुख्य सचिव ने कहा कि अवैध शराब से लोगों की मृत्यु की दशा में कारोबार में शामिल लोगों की संलिप्तता पाए जाने पर उनके खिलाफ एसआईआर में आबकारी अधिनियम की धारा 60 (क) का उल्लेख अवश्य किया जाए, ताकि राज्य सरकार न्यायालय से दोषियों को मृत्युदंड दिला सके. उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि अब आबकारी अधिनियम में धारा 60 (क) के माध्यम से दोषियों के खिलाफ मृत्युदंड की सजा के प्रावधान का व्यापक प्रचार-प्रसार भी कराया जाएगा. इस संबंध में लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी.
इस दौरान वीडियो कॉफ्रेंसिंग में मौजूद रहीं प्रमुख सचिव आबकारी कल्पना अवस्थी ने कहा कि आधुनिक तकनीक का उपयोग करते हुए प्रवर्तन कार्य को प्रभावी ढंग से किया जाएगा. मुख्यमंत्री के निर्देश पर कुशीनगर और सहारनपुर में आबकारी विभाग से जुड़े जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई भी की गई है. अवैध शराब के धंधे में लिप्त लोगों को चिन्हित कर उनके खिलाफ भी कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी.