लखनऊ : चौरी-चौरा जनक्रांति की शताब्दी वर्ष मनाए जाने को लेकर 7 जनवरी को डॉ. नीलकंठ तिवारी, राज्यमंत्री, संस्कृति एवं पर्यटन विभाग, उ.प्र.की अध्यक्षता में बैठक आहूत की गई. बैठक में 4 फरवरी 2021 से दिनांक 4 फरवरी 2022 तक पूरे साल चौरी-चौरा जनक्रान्ति की शताब्दी वर्ष मनाए जाने के संबंध में विस्तृत कार्ययोजना पर चर्चा की गई.
चौरी-चौरा स्थल को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के निर्देश
बैठक में गोरखपुर के कमिश्नर एवं जिलाधिकारी भी वर्चुअल माध्यम से शामिल हुए. बैठक में प्रमुख सचिव, संस्कृति मुकेश कुमार मेश्राम ने अगले एक साल की कार्ययोजना प्रस्तुत की, जिसमें चौरी-चौरा स्थल का पर्यटन एवं संस्कृति की दृष्टि से विकसित किए जाने, वहां पर म्यूजियम बनाये जाने एवं फाइन आर्ट विभाग के माध्यम से उक्त म्यूजियम में आर्ट गैलरी, भित्तिचित्र एवं राजकीय अभिलेखागार एवं राष्ट्रीय अभिलेखागार में संरक्षित चौरी-चौरा की घटना से संबंधित अभिलेखों को भी डिस्प्ले किए जाने की बात कही.
प्रदेश के स्वतंत्रता संग्राम स्थलों का सौन्दर्यीकरण करने के निर्देश
इसके अलावा साल भर प्रदेश के ऐसे स्थलों को जो कि स्वतंत्रता संग्राम के आंदोलन से जुड़े हुये हैं, उनको चिन्हित कर उनके सौन्दर्यीकरण, सुदृढ़ीकरण किया जाएगा. इन स्थलों पर पर्यटन विभाग के सहयोग से लाइट एण्ड साउंड शो भी कराए जाएंगे. स्वतंत्रता संग्राम स्थलों की गाथा पर आधारित डॉक्यूमेंट्री तैयार कर सभी शैक्षिक संस्थानों में चलाई जाएगी, जिससे कि भावी पीढ़ी को स्वतंत्रता संग्राम की गाथा से जोड़ा जा सके.
स्वतंत्रता संग्राम को लेकर छात्र- छात्राओं की क्विज प्रतियोगिता कराई जाए
राज्य मंत्री, संस्कृति एवं पर्यटन ने चौरी-चौरा शहीद स्मारक को सुदृढ़ीकरण कराते हुए मुख्य मार्ग से जोड़ने के निर्देश भी दिए. यह भी निर्देश दिए कि वर्ष भर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में शहीदों के परिवारों के लोगों को आमंत्रित किया जाए और सम्मानित भी किया जाए. साथ ही स्कूल एवं कॉलेजों में छात्र-छात्राओं की क्विज प्रतियोगिता कराई जाए. विजयी छात्र-छात्राओं को देश के प्रमुख स्वतंत्र संग्राम स्थलों का भ्रमण कराया जाएगा.