लखनऊ: उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (UPPCL) के कर्मचारियों के भविष्य निधि के पैसे को नियम विरुद्ध दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (DHFL) में निवेश करने को लेकर सीबीआई ने जांच शुरू कर दी है. सीबीआई की रडार पर उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड के तात्कालिक अधिकारी सहित दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड के आला अधिकारी भी हैं. जल्द ही सीबीआई दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड के आला अधिकारियों से पूछताछ करेगी.
घोटाले के उजागर होने के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा इस पूरे मामले की जांच कर रही थी. बीते दिनों सीबीआई ने इस मामले की जांच शुरू की है. सीबीआई ने यूपीपीसीएल के पूर्व चेयरमैन आलोक कुमार और पूर्व चेयरमैन अपर्णा यू से पूछताछ की थी. इसी के साथ सीबीआई तात्कालिक एमडी एपी मिश्रा और सचिव वित्त सुधांशु द्विवेदी से भी पूछताछ कर चुकी है.
फर्जी कंपनियों का लिया गया सहारा
उत्तर प्रदेश पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा में इस बात का खुलासा हुआ था कि जहां एक ओर उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड में तैनात कर्मचारियों के भविष्य निधि के पैसे को नियम विरुद्ध दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड में निवेश किया गया. वहीं कर्मचारियों के भविष्य निधि के पैसे को दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड में निवेश करने के लिए फर्जी कंपनियों का सहारा लिया गया.
ब्लैक मनी को किया गया व्हाइट
इन फर्जी कंपनियों की मदद से ब्लैक मनी को व्हाइट भी किया गया. इसको लेकर कई कंपनियों के मालिक और चार्टर्ड अकाउंटेंट के खिलाफ भी आर्थिक अपराध शाखा ने कार्रवाई की थी. अब सीबीआई दीवान हाउसिंग फाइनेंस कंपनी के अधिकारियों से भी पूछताछ करेगी. इस बात के तथ्य जुटाए जाएंगे कि आखिर किस तरह से उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड के कर्मचारियों की भविष्य निधि के पैसों को निवेश किया गया. इसके लिए फर्जी कंपनियों का किस तरह से प्रयोग किया गया.
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