लखनऊ: हाथरस दुष्कर्म मामले को लेकर योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री रमापति शास्त्री ने एक बड़ा दिया है. उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष नहीं चाहता कि सच सामने आए. कैबिनेट मंत्री ने कहा यूपी में दंगे की साजिश रची जा रही है, हाथरस तो एक बहाना है. इस मामले में विपक्ष गैर जिम्मेदाराना रवैया अपना रहा है.
कैबिनेट मंत्री रमापति शास्त्री ने कहा कि विपक्ष को दलित बेटी का सम्मान प्रिय नहीं है, बल्कि वो जान-बूझकर इस क्षेत्र में जाति दंगा कराना चाहता है. पूर्व मुख्यमंत्री मायावती को मामले की गंभीरता समझनी चाहिए थी. मेडिकल व पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहीं भी गैंगरेप की पुष्टि नहीं हुई है. फिर भी वह सोशल मीडिया पर बयान देकर दलित बेटियों का अपमान करने का काम कर रही हैं, जबकि सीएम योगी एसआईटी गठित कर चुके हैं और एसआईटी की प्रारंभिक रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई भी शुरू हो चुकी है.
उन्होंने कहा कि सरकार की पहल से सच सामने आएगा. विपक्ष नार्को और पॉलीग्राफ टेस्ट से आखिर क्यों भाग रहा है. कैबिनेट मंत्री ने कहा कि विपक्ष के ट्वीट, ऑडियो टेप व पुरानी घटनाएं दंगे की ओर इशारा करती हैं. यूपी में दंगे की साजिश है, हाथरस एक बहाना है.
कैबिनेट मिनिस्टर रमापति ने कहा कि मुख्यमंत्री पहले ही महिलाओं के खिलाफ होने वाले अत्याचार के खिलाफ सख्त कानून का प्रावधान कर चुके हैं, जिसे तय समय पर जांच और सीमित समय पर ट्रायल होकर अदालत का फैसला आएगा.
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ पहले ही पॉक्सो मामले में मृत्युदंड की सिफारिश कर चुके है. बता दें कि अब तक हाथरस मामले में एसपी हाथरस, डिप्टी एसपी, इंस्पेक्टर, दो दारोगा सहित अन्य पुलिसकर्मियों को मिलाकर कुल पांच लोगों को सस्पेंड किया गया है.