लखनऊ: होम आइसोलेट मरीजों के सामने ऑक्सीजन का संकट गहराता जा रहा है. मरीजों की जान बचाने के लिए तीमारदार एक ऑक्सीजन सिलेंडर पाने के लिए दर-दर भटकने पर मजबूर हैं. कभी अधिकारी तो कभी प्लांट के चक्कर लगा रहे हैं, फिर भी न जाने कितने मरीजों की ऑक्सीजन की कमी के कारण मौत हो चुकी है. ऐसे में लखनऊ सर्राफा एसोसिएशन ने होम आइसोलेट मरीजों के लिए ऑक्सीजन की पूर्ति करने की मांग की है.
जिन्दा रहने के लिए ऑक्सीजन सिलेण्डर की मारा-मारी
लखनऊ में हजारों की संख्या में कोरोना मरीज होम आइसोलेट हैं. संक्रमित मरीज परिजनों की निगरानी में अपने खर्चे पर अपना इलाज कर रहे हैं. मगर इलाज के लिए उन्हें जिन उपकरणों की जरूरत है वह नहीं मिल पा रहे हैं. हर तरफ ऑक्सीजन के लिए मारा-मारी और लूट मची हुई है. ऐसे में मुनाफा खोरों ने आपदा में अवसर तलाशने शुरू कर दिए हैं. मजबूर और बेबस लोग अपने मरीज की जान बचाने के लिए मुनाफाखोरों को मुंह मांगी रकम देने के लिए मजबूर हैं. लखनऊ सर्राफा एसोसिएशन के महामंत्री प्रदीप अग्रवाल ने बताया कि सर्राफा बाजार से जुड़े हुए करीब ढाई सौ से ज्यादा परिवार हैं, जो इस वक्त संक्रमित हैं. इनमें से कई व्यापारी होम आइसोलेट है, मगर उन्हें ऑक्सीजन नहीं मिल पा रहा है.
होम आइसोलेट मरीजों को ऑक्सीजन पहुंचाने की मांग
लखनऊ सर्राफा एसोसिएशन के महामंत्री प्रदीप अग्रवाल ने बताया कि लखनऊ में हॉस्पिटल की किल्लत है. ऑक्सीजन न होने से मरीजों की हालत बिगड़ती जा रही है. कई मरीजों की मौत भी हो चुकी है. इसमें हमारे व्यापारी समाज के भी कई लोग शामिल हैं. उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार से होम आइसोलेट मरीजों को ऑक्सीजन की सुविधा पहुंचाने की मांग की है, ताकि वह घर पर रहकर अपना इलाज कर सकें और उनकी मौत है न हो.
बता दें कि डोर टू डोर ओपन सिलेंडर की मांग पहले भी व्यापारियों द्वारा की जा चुकी है. व्यापार मंडल के पदाधिकारी कृष्णकांत शंकर ने सरकार से होम आइसोलेट मरीजों को सिलेंडर पहुंचाने की मांग की थी. मगर इस पर अभी तक कोई भी कार्रवाई नहीं की गई है. ऑक्सीजन की कमी के कारण लोग तड़प रहे हैं.
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