लखनऊ: बसपा अध्यक्ष मायावती ने गुरुवार को लखनऊ पार्टी मुख्यालय पर उत्तर प्रदेश इकाई की बैठक की. इस बैठक में पार्टी अध्यक्ष मायावती ने पार्टी के जमीनी स्तर पर चल रहे कार्यों व समाज में पार्टी के जनाधार को बढ़ाने को लेकर गहन समीक्षा की. मायावती ने विधानसभा उपचुनाव की तैयारियों के संबंध में भी कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन किया.
लखनऊ: बसपा अध्यक्ष ने बुलाई बैठक, दिया उपचुनाव जीतने का मंत्र - लखनऊ ताजा समाचार
यूपी के राजधानी लखनऊ में बसपा अध्यक्ष मायावती ने बैठक की. यह बैठक गुरुवार को लखनऊ पार्टी मुख्यालय पर की गई. बैठक में राज्य के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ जिला अध्यक्ष, विधानसभा अध्यक्ष, पूर्व सांसद, विधायक व सभी पदाधिकारी शामिल हुए.
बसपा अध्यक्ष ने बुलाई बैठक.
लखनऊ: बसपा अध्यक्ष मायावती ने गुरुवार को लखनऊ पार्टी मुख्यालय पर उत्तर प्रदेश इकाई की बैठक की. इस बैठक में पार्टी अध्यक्ष मायावती ने पार्टी के जमीनी स्तर पर चल रहे कार्यों व समाज में पार्टी के जनाधार को बढ़ाने को लेकर गहन समीक्षा की. मायावती ने विधानसभा उपचुनाव की तैयारियों के संबंध में भी कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन किया.
Intro:लखनऊ। बसपा अध्यक्ष मायावती ने गुरुवार को यहां पार्टी मुख्यालय पर उत्तर प्रदेश इकाई की बैठक की। इस बैठक में राज्य स्तर के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ-साथ जिला और विधानसभा स्तर तक के पार्टी के जिम्मेदार पदाधिकारियों को बुलाया गया था। इसमें गत जून माह की बैठक में दिए गए दिशा-निर्देशों के संबंध में भी प्रगति रिपोर्ट ली गई। जमीनी स्तर पर काम में और ज्यादा तेजी व सुधार लाये जाने पर जोर दिया गया। बसपा अध्यक्ष ने पार्टी पदाधिकारियों से साफ कहा कि बीजेपी भी कांग्रेस की तरह गलत नीतियों पर चल रही है। जनता में वह अपना विश्वास खोती जा रही है। इसलिए बसपा के सभी कार्यकर्ता पूरी निष्ठा से यूपी के उपचुनाव को जिताएं।
Body:बसपा की इस बैठक में पार्टी अध्यक्ष मायावती ने पार्टी के जमीनी स्तर पर चल रहे कार्यकलापों व सर्व समाज में पार्टी के जनाधार को बढ़ाने को लेकर गहन समीक्षा की। विधानसभा उपचुनाव सहित आगे की तैयारियों के संबंध में भी कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन किया।
उन्होंने कहा कि यूपी विधानसभा उपचुनाव में पार्टी में ज्यादातर पुराने व वरिष्ठ चेहरों को भी चुनाव मैदान में उतारा है। बसपा उम्मीदवारों को जिताने के लिए हर प्रकार का सहयोग व समर्थन करने की पार्टी कार्यकर्ताओं व समर्थकों से अपील की गई।
मायावती ने कहा कि कानून को हाथ में लेकर अराजकता, हिंसा फैलाने के साथ-साथ भीड़ हिंसा में हत्या की बढ़ती घटनाओं को रोक पाने में सरकारी नाकामी ने देश दुनिया का ध्यान खींचा है और ऐसे में सरकारी द्वेषपूर्ण कार्रवाई से बचने के लिए बीएसपी के लोगों को बहुत सावधान रहने की जरूरत है।
बसपा अध्यक्ष ने सरकारी नौकरियों में आरक्षण का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि दलित, आदिवासी व पिछड़े वर्ग के लोग आरक्षण सही ढंग से लागू नहीं होने से काफी उद्वेलित हैं। जबकि सरकारी क्षेत्र में लाखों आरक्षित पद खाली पड़े हैं।
मायावती ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था की दुर्दशा बड़ी चर्चाओं में है। कहीं यह नोटबंदी और जीएसटी का कुप्रभाव तो नहीं। लोगों की क्रय शक्ति छिन्न-भिन्न हो गई है। देश में फैले व्यापक गरीबी और बेरोजगारी को दूर करने को सरकार अगर पहली प्राथमिकता के तौर पर ध्यान दें तो बेहतर होगा।
मायावती ने बैठक के दौरान कहा कि देश व खासकर यूपी में जो बिगड़े हालात हैं। उससे ऐसा लगता है कि सत्ताधारी बीजेपी व इनकी सरकार भी वही सब गलतियां कर रही है जो पहले कांग्रेस पार्टी की सरकारों में हुआ करता था। इससे त्रस्त होकर जनता ने उन्हें फिर नकारा है। उन्हें सत्ता गंवानी पड़ी। कुल मिलाकर आज बीजेपी की केंद्र व राज्य में जो सरकार है वह कांग्रेस पार्टी की अनगिनत गलतियों और विफलताओं का ही नतीजा है। लेकिन अब क्या बीजेपी भी कांग्रेस की तरह ही अपनी गलत नीतियों व कार्यकलापों से अपने पांव पर खुद ही कुल्हाड़ी तो नहीं मार रही है। जनता को कि इस पर पैनी नजर जरूर है।
Conclusion:
Body:बसपा की इस बैठक में पार्टी अध्यक्ष मायावती ने पार्टी के जमीनी स्तर पर चल रहे कार्यकलापों व सर्व समाज में पार्टी के जनाधार को बढ़ाने को लेकर गहन समीक्षा की। विधानसभा उपचुनाव सहित आगे की तैयारियों के संबंध में भी कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन किया।
उन्होंने कहा कि यूपी विधानसभा उपचुनाव में पार्टी में ज्यादातर पुराने व वरिष्ठ चेहरों को भी चुनाव मैदान में उतारा है। बसपा उम्मीदवारों को जिताने के लिए हर प्रकार का सहयोग व समर्थन करने की पार्टी कार्यकर्ताओं व समर्थकों से अपील की गई।
मायावती ने कहा कि कानून को हाथ में लेकर अराजकता, हिंसा फैलाने के साथ-साथ भीड़ हिंसा में हत्या की बढ़ती घटनाओं को रोक पाने में सरकारी नाकामी ने देश दुनिया का ध्यान खींचा है और ऐसे में सरकारी द्वेषपूर्ण कार्रवाई से बचने के लिए बीएसपी के लोगों को बहुत सावधान रहने की जरूरत है।
बसपा अध्यक्ष ने सरकारी नौकरियों में आरक्षण का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि दलित, आदिवासी व पिछड़े वर्ग के लोग आरक्षण सही ढंग से लागू नहीं होने से काफी उद्वेलित हैं। जबकि सरकारी क्षेत्र में लाखों आरक्षित पद खाली पड़े हैं।
मायावती ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था की दुर्दशा बड़ी चर्चाओं में है। कहीं यह नोटबंदी और जीएसटी का कुप्रभाव तो नहीं। लोगों की क्रय शक्ति छिन्न-भिन्न हो गई है। देश में फैले व्यापक गरीबी और बेरोजगारी को दूर करने को सरकार अगर पहली प्राथमिकता के तौर पर ध्यान दें तो बेहतर होगा।
मायावती ने बैठक के दौरान कहा कि देश व खासकर यूपी में जो बिगड़े हालात हैं। उससे ऐसा लगता है कि सत्ताधारी बीजेपी व इनकी सरकार भी वही सब गलतियां कर रही है जो पहले कांग्रेस पार्टी की सरकारों में हुआ करता था। इससे त्रस्त होकर जनता ने उन्हें फिर नकारा है। उन्हें सत्ता गंवानी पड़ी। कुल मिलाकर आज बीजेपी की केंद्र व राज्य में जो सरकार है वह कांग्रेस पार्टी की अनगिनत गलतियों और विफलताओं का ही नतीजा है। लेकिन अब क्या बीजेपी भी कांग्रेस की तरह ही अपनी गलत नीतियों व कार्यकलापों से अपने पांव पर खुद ही कुल्हाड़ी तो नहीं मार रही है। जनता को कि इस पर पैनी नजर जरूर है।
Conclusion: