लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी की महापौर पद की प्रत्याशी सुषमा खरकवाल का दावा है कि रानी लक्ष्मीबाई वार्ड में विद्यांत कॉलेज के पोलिंग स्टेशन पर उन्होंने एक महिला को फर्जी मतदान करते हुए पकड़ा है. इस बात की शिकायत उच्चाधिकारियों से की गई है. इस मामले में कहा जा रहा है कि महिला के पास वोटिंग करने के लिए आईडी कार्ड नहीं था. वह अपनी पहचान साबित नहीं कर पाई. ऐसे में उसके फर्जी वोटिंग का शक जताया जा रहा है.
भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी दीपक सोनकर शैलू ने जोनल निर्वाचन अधिकारी या सक्षम अधिकारी जोन-1 को पत्र लिखकर इस बात की शिकायत की है. उन्होंने शिकायत करते हुए आरोप लगाया है कि 'रानी लक्ष्मीबाई वार्ड पर बूथ संख्या 1324 पर 11:30 बजे फर्जी वोटिंग करवाई जा रही थी. भाजपा की महापौर प्रत्याशी सुषमा खरकवाल व पार्षद प्रत्याशी दीपक सोनकर ने आरोप लगाया कि पीठासीन अधिकारी बिना आईडी कार्ड के ही महिला को वोट डलवा रहे थे. उन्होंने शिकायत की है कि इस बूथ पर मतदान की समीक्षा कराई जाए. समीक्षा के बाद में यह तय किया जाए कि यहां पुनर्मतदान कराया जाए या नहीं.'
दूसरी ओर विपक्षी के प्रत्याशी सवाल उठा रहे हैं कि केवल किसी महिला के पास आईडी कार्ड ना मिलने को फर्जी मतदाता कैसे माना जा सकता है. भारतीय जनता पार्टी क्षेत्र में स्पष्ट हार की ओर बढ़ रही है, इसलिए फर्जी मतदान जैसे गलत आरोप लगा रही है. भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के पास ऐसा कोई प्रमाण नहीं है, जिससे यह स्पष्ट हो सकेगा कि यहां पर फर्जी मतदान हो रहा था. इससे पहले भारतीय जनता पार्टी ने निर्वाचन विभाग से मांग की थी कि पर्दानशीं महिलाओं को तभी वोट देने दिया जाए जब वह अपनी पहचान साबित कर दें. जब तक पहचान साबित न हो तब तक उनको वोट न देने दिया जाए. इस विषय पर भी जमकर राजनीति हो रही है. विपक्ष का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के जरिए निकाय चुनाव में बढ़त पाना चाहती है. इसी वजह से पर्दानशीं महिलाओं का मामला उठाया जा रहा है.