लखनऊ : बहुजन समाज पार्टी की मुखिया और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने सोमवार को मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार को लेकर भारतीय जनता पार्टियों कांग्रेस पर दोहरा हमला बोल दिया है. मायावती ने ऐलान किया है कि इन तीनों राज्यों में पार्टी अपने दम पर चुनाव लड़ेगी. इसके लिए उम्मीदवारों की खोजबीन शुरू कर दी गई है. मायावती ने ट्विटर थ्रेड के माध्यम से ती ट्वीट किए हैं. जिसमें उन्होंने दोनों पार्टियों पर अपने-अपने शासित राज्यों में भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने और उसे पर चर्चा न करने का आरोप लगाया है. इन तीनों राज्यों में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव है. जहां पहुंच समाज पार्टी भी पूरे जोर-शोर से मैदान में उतरेगी. ऐसे में मायावती के इस ट्वीट को महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
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1. मध्यप्रदेश सरकार में 50 प्रतिशत कमीशनखोरी के आरोप को लेकर कांग्रेस व भाजपा के बीच जारी आरोप-प्रत्यारोप, मुकदमों आदि की राजनीति से कमरतोड़ महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, शोषण-अत्याचार आदि जनहित से जुड़े ज्वलन्त मुद्दों का चुनाव के समय पीछे छूट जाना कितना उचित? ऐसा क्यों?
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— Mayawati (@Mayawati) August 14, 20231. मध्यप्रदेश सरकार में 50 प्रतिशत कमीशनखोरी के आरोप को लेकर कांग्रेस व भाजपा के बीच जारी आरोप-प्रत्यारोप, मुकदमों आदि की राजनीति से कमरतोड़ महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, शोषण-अत्याचार आदि जनहित से जुड़े ज्वलन्त मुद्दों का चुनाव के समय पीछे छूट जाना कितना उचित? ऐसा क्यों?
— Mayawati (@Mayawati) August 14, 2023
मायावती ने सोमवार सुबह करीब 11:30 बजे ट्वीट किया. जिसमें उन्होंने कहा है कि मध्य प्रदेश सरकार में 50 प्रतिशत कमीशनखोरी के आरोप को लेकर कांग्रेस व भाजपा के बीच जारी आरोप-प्रत्यारोप, मुकदमों आदि की राजनीति से कमरतोड़ महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, शोषण-अत्याचार आदि जनहित से जुड़े ज्वलन्त मुद्दों का चुनाव के समय पीछे छूट जाना कितना उचित? ऐसा क्यों?
उन्होंने कहा कि भाजपा-शासित मध्य प्रदेश ही नहीं, बल्कि कांग्रेस के राजस्थान व छत्तीसगढ़ में भी भ्रष्टाचार अहम मुद्दा, किन्तु इनकी जनविरोधी नीतियों व विकास के हवाहवाई दावों के कारण सर्वसमाज के गरीबों, बेरोजगारों, किसानों, महिला असुरक्षा आदि का जीवन त्रस्त है. इन तीनों राज्यों में असली चुनावी मुद्दे यही हैं. बीएसपी इन तीनों राज्यों में भाजपा व कांग्रेस सरकारों के खिलाफ जनहित व जनकल्याण के खास मुद्दों को लेकर अकेले अपने बूते पर विधानसभा का यह चुनाव लड़ रही है. जिसके लिए उम्मीदवारों के नाम भी स्थानीय स्तर पर घोषित किए जा रहे हैं. पार्टी को भरोसा है कि वह अच्छा रिजल्ट हासिल करेगी.
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