लखनऊ: होली के बाद बुधवार को ट्रांसपोर्ट नगर स्थित आरटीओ कार्यालय तो जनता के काम के लिए खुला रहा, लेकिन आवेदक टाइम स्लॉट के बावजूद अपने ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने नहीं आए. इसके अलावा आरटीओ से संबंधित जो अन्य काम है उन्हें कराने भी लोग आरटीओ कार्यालय नहीं पहुंचे. अधिकारियों को उम्मीद थी कि होली के बाद और ज्यादा भीड़ बुधवार को आरटीओ कार्यालय में उमड़ेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
जारी हुए सिर्फ 60 लर्नर, 36 परमानेंट डीएल
बता दें कि कोरोना काल में परिवहन विभाग ने ड्राइविंग लाइसेंस के टाइम स्लॉट कम कर दिए थे, जिससे तीन-तीन माह आगे तक के टाइम स्लॉट बुक हो गए थे. जब स्थिति में थोड़ा सा सुधार हुआ तो विभाग ने टाइम स्लॉट बढाते हुए पेंडेंसी खत्म करने का प्रयास किया, लेकिन अब आवेदक ही अपना काम कराने आरटीओ कार्यालय नहीं पहुंच रहे हैं. आम दिनों की अपेक्षा बुधवार को सिर्फ 60 आवेदक ही अपना लर्नर लाइसेंस बनवाने आरटीओ कार्यालय पहुंचे. वहीं परमानेंट लाइसेंस की बात करें तो सिर्फ तीन दर्जन आवेदक ही आरटीओ कार्यालय आए. आम दिनों में भीड़ से जूझने वाले आरटीओ कार्यालय के कर्मचारी बुधवार को खाली हाथ दिखे. उनके पास कोई काम ही नहीं रहा. आम दिनों में लाइसेंस की बात की जाए तो लगभग 350 आवेदक कार्यालय पर काम कराने आते हैं, वहीं स्थाई लाइसेंस आवेदक की संख्या तकरीबन डेढ़ सौ तक पहुंच जाती है.
फिटनेस कराने भी नहीं पहुंचे वाहन स्वामी
फिटनेस की बात की जाए तो आरटीओ कार्यालय के फिटनेस ग्राउंड पर रोजाना फिटनेस के लिए गाड़ियों की लंबी लाइन लगती थी, लेकिन बुधवार को यहां का नजारा भी बिल्कुल अलग था. काफी कम संख्या में वाहन स्वामी अपने वाहन लेकर फिटनेस कराने आरटीओ कार्यालय के फिटनेस ग्राउंड पहुंचे. अधिकारियों ने बताया कि समय सीमा बढ़ाए जाने की वजह से लोगों ने आरटीओ कार्यालय में आना कम कर दिया है. बुधवार को फिटनेस ग्राउंड पर सिर्फ 35 वाहनों की ही फिटनेस की गई जबकि रोजाना 90 वाहन की फिटनेस जांच होती थी. कोरोना का भी लोगों में खौफ बढ़ रहा है.