लखनऊ: सपा के राजनीतिक बयानों में भी उसकी परेशानी और बेचैनी साफ झलकने लगी है. मंगलवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सपा सांसदों के पार्टी छोड़कर जाने की तोहमत भारतीय जनता पार्टी पर मढ़ने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी जोड़-तोड़ की राजनीति में व्यस्त है और देश की अर्थव्यवस्था चौपट होती जा रही है.
सांसदों के पार्टी छोड़ने पर सपा ने भाजपा को ठहराया जिम्मेदार-
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने राजसभा के सपा सांसद सुरेंद्र सिंह नागर के पार्टी छोड़े जाने पर भी ऐसा ही आरोप लगाया था. उन्होंने 4 अगस्त को ट्वीट कर कहा था कि राजनीतिक गठजोड़ में व्यस्त भाजपा देश के आर्थिक दुर्दशा का कारण बन गई है. खेती, उद्योग और शेयर बाजार सभी निराशा के दौर से गुजर रहे हैं. बेरोजगारी चरम पर है और कारोबार चौपट हो गए हैं. भाजपा ने देश को गहरे आर्थिक कूप में डाल दिया है.
मंगलवार को उन्होंने अपना यही आरोप दोहराया है. पार्टी की ओर से जारी अधिकृत बयान में अपने पुराने ट्वीट को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने प्रगति के सपने दिखाए, लेकिन अब उनकी असलियत सामने आने लगी है. भारत को 5 खरब डालर की अर्थव्यवस्था बनाने का उनका दावा किसी के गले उतरने वाला नहीं है. अभी विश्व बैंक ने पिछले साल के जो आंकड़े जारी किए हैं, उसके अनुसार भारतीय अर्थव्यवस्था वैश्विक स्तर पर छठवें पायदान से उतरकर सातवें पर पहुंच गई है.
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देश की औद्योगिक विकास दर में भी गिरावट दर्ज की गई है. पिछले तीन महीने की विकास दर में हम चीन से पिछड़ गए हैं. बैंकों के एनपीए में अप्रत्याशित वृद्धि हो रही है. रोजगार के आंकड़े बड़े नहीं हैं. ऐसे में साफ समझा जा सकता है कि देश की अर्थव्यवस्था को भाजपा की मोदी सरकार ने चौपट कर दिया है.