लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गुरुवार को एक बयान जारी किया. इस दौरान उन्होंने भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा, जबसे केंद्र और राज्य में भाजपा सरकार सत्ता में आई है, तब से जनता की परेशानियां बढ़ गई हैं. मंहगाई का मुंह रोज-ब-रोज बढ़ता ही जा रहा है. खाद्य वस्तुओं की कीमतें आसमान छू रही हैं.
उन्होंने कहा पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ने से किसान और आम जनता परेशान है. सरकार ने बदहाली के इस दौर में ईंधन और गैस की दरें बढ़ाकर लोगों पर भारी बोझ डाल दिया गया है. केंद्र और उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार पर इस तरह के आरोप समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लगाए हैं.
प्रदेश में चारों ओर अव्यवस्था
अखिलेश ने कहा कि भाजपा ने नोटबंदी-जीएसटी लागू कर पूरे देश में व्यापारिक गतिविधियों को रोक दिया है. कारोबारी उसकी मार से अभी तक उबर नहीं पा रहे हैं. औद्योगिक संस्थानों में कर्मचारियों की छटनी हो गई. कोरोना संकट के साथ लाॅकडाउन ने तो जीवन को ही अस्त-व्यस्त कर दिया. छोटे-मोटे कारोबारियों की दुकानें भी बंद हो गईं. प्रदेश में चारों ओर अव्यवस्था फैली हुई है.
‘भाजपा ने बढ़ाई महंगाई’
उन्होंने कहा कि इधर भाजपा ने पहले तो डीजल-पेट्रोल व ईंधन गैस के दामों में असाधारण वृद्धि कर जनता की कमर तोड़ दी. अब प्रदेश में बिजली भी महंगी करने की तैयारी हो गई है. पिछले 6 सालों से भाजपा केंद्र में सत्तासीन है. उसने डीजल पर उत्पाद कर में नौ गुना वृद्धि की है. सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम गिरने के बावजूद देश में दाम कम नहीं किए. पेट्रोलियम कम्पनियों ने घरेलू व कॉमर्शियल गैस सिलेंडर के दाम भी बढ़ा दिए हैं.
महंगी हो सकती है बिजली
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार बेहाल जनता को अब मंहगी बिजली का झटका देने की तैयारी में है. घरेलू बिजली 8 प्रतिशत तक ज्यादा महंगी हो सकती है. राजस्व के नाम पर जनता की जेब पर डकैती डालने से भाजपा सरकार को शर्म भी नहीं आती. भाजपा सरकार ने ग्रामीण घरेलू उपभोक्ताओं के फिक्स चार्ज में 500 प्रतिशत व शहरी घरेलू उपभोक्ताओं के फिक्स चार्ज में 69 प्रतिशत की वृद्धि की है. सिर्फ यही नहीं, अब बिजली विभाग ने अभियान चलाकर बिजली के बिल जमा न होने के बहाने हजारों किसानों के निजी ट्यूबवेलों के कनेक्शन काटे जा रहे हैं.
सपा की देन है बिजली
अखिलेश यादव ने कहा कि किसानों ने अपनी जमा पूंजी लगाकर धान की फसल लगाई थी, जो अब नष्ट होने के कगार पर है. सच तो यह है कि आज जो भी बिजली उपलब्ध है, वह समाजवादी सरकार की देन है. उस समय लगभग 300 से ज्यादा नए विद्युत सब स्टेशनों का निर्माण हुआ था. भाजपा के कार्यकाल में एक भी यूनिट बिजली का उत्पादन नहीं हुआ. कोई विद्युत प्लांट भी नहीं लगाया गया.
'भाजपा सिर्फ धोखा देती है'
सपा अध्यक्ष ने कहा कि बुनकरों को बिजली की जो रियायतें समाजवादी सरकार में दी गई थी, उन्हें भी समाप्त कर दिया गया है. उनकी हालत बिगड़ रही है, छोटे कारोबारियों का धंधा बिजली की बढ़ी दरों से चौपट हो जाएगा. अंत में उन्होंने कहा कि भाजपा सिर्फ धोखा देती है और कुछ नहीं.