लखनऊः आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी और राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने प्रदेश की योगी सरकार पर एक बार फिर निशाना साधा है. संजय सिंह ने कहा कि मेरे खिलाफ कई एफआईआर दर्ज करने वाले पुलिस अधिकारी योगी सरकार के इशारे पर काम कर रहे हैं. संजय सिंह ने संसदीय विशेषाधिकारों के हनन पर उपराष्ट्रपति को एक लेटर लिखा है.
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने मंगलवार को राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू को एक लेटर भी लिखा है. इस लेटर में उन्होंने तमाम मुद्दे उठाए हैं, जिस पर लगातार वह प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे.
पुलिस अधिकारियों को दी चेतावनी
संजय सिंह ने एफआईआर दर्ज करने वाले पुलिस अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि बाबा के दबाव में जो गुनाह कर रहे हो. मैं "संसद की विशेषाधिकार समिति" के सामने सब को पेश कराऊंगा, तब तुम लोगों को जवाब देना मुश्किल हो जाएगा.
प्रदेश में कानून नाम की चीज नहीं
अपने लेटर में आप नेता ने कहा कि प्रदेश में लगातार अपराध बढ़ रहे हैं, जातीय वैमनस्यता बढ़ रही है. कोरोना और भ्रष्टाचार का चोली दामन का साथ है, जब से मैंने इन मुद्दों को उठाया तभी से माननीय योगी जी के पुलिस अधिकारी मेरे साथ संसदीय विशेषाधिकार का हनन कर रहे हैं.
प्रदेश में जंगलराज
संजय सिंह ने कहा कि प्रदेश में जंगलराज जैसी स्थिति पैदा हो गई है. पुलिस, पत्रकार, व्यापारी और बेटियां कोई भी सुरक्षित नहीं हैं. जातीय आधार पर आम लोगों के साथ थानों से लेकर सचिवालय तक भेदभाव किया जा रहा है. मैंने जब बयान दिए, तो बौखलाकर राज्य सरकार ने मेरे खिलाफ कई फर्जी एफआईआर दर्ज कराई है.
इन अधिकारियों के नाम शामिल
1: सुजीत पांडेय, पुलिस आयुक्त, लखनऊ
2: हेमराज मीणा, पुलिस अधीक्षक, बस्ती
3: अभिषेक सिंह, पुलिस अधीक्षक, बागपत
4: अभिषेक यादव, पुलिस अधीक्षक, मुजफ्फरनगर
5: सत्येंद्र कुमार, पुलिस अधीक्षक, लखीमपुर खीरी
6: ब्रजेश सिंह, पुलिस अधीक्षक, संतकबीरनगर
7: सुनील गुप्ता, पुलिस अधीक्षक, गोरखपुर
8: मुनिराज जी, पुलिस अधीक्षक, अलीगढ़
संजय सिंह ने उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू से निवेदन करते हुए कहा कि आप इन सभी पुलिस अधिकारियों को संसद की विशेषाधिकार समिति के समक्ष बुलाकर सख्त कार्रवाई करें, जिससे दोबारा ये किसी के साथ विशेषाधिकार हनन न कर सकें.