लखनऊ: यूपी विधानसभा का बजट सत्र 18 फरवरी से 5 मार्च तक चलेगा, जिसमें 5 दिनों का अवकाश भी शामिल है. पहले दिन, 18 फरवरी मंगलवार को सुबह 11 बजे विधानमंडल के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक होगी, जिसमें राज्यपाल आनंदीबेन पटेल अभिभाषण देंगी. इसके बाद दोपहर 12:30 बजे औपचारिक कार्य जैसे अध्यादेश, अधिसूचना और नियम सदन के पटल पर रखे जाएंगे.
19 फरवरी को राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा होगी, जिसमें सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों अपनी बात रखेंगे. वहीं, 20 फरवरी को वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना वित्तीय वर्ष 2024-25 का करीब 8 लाख करोड़ का बजट पेश करेंगे. इस बार का बजट अब तक का सबसे बड़ा होने की संभावना जताई जा रही है.
विधानसभा का बजट सत्र से पहले सोमवार को विधान भवन में विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक हुई. नेता सदन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी दलों से सदन की कार्यवाही को सुचारु चलाने का अनुरोध किया. मुख्यमंत्री ने विपक्षी दलों के नेताओं से कहा कि जनहित के मुद्दों को सदन में रखें एवं स्वस्थ चर्चा कर प्रदेश में विकास को और गति प्रदान करने में सरकार का सहयोग करें. इससे प्रदेश का विकास भी होता है और जनता की समस्याओं का समाधान भी. जनप्रतिनिधि के रूप में जनता के हित से जुड़े हर मुद्दों पर सदन में सुचारू रूप से चर्चा होनी चाहिए. सीएम ने कहा कि सदन के संचालन में किसी प्रकार की बाधाएं न आएं, इसका ध्यान सभी सदस्यों को रखना चाहिए.
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने भी सदन के सुचारू संचालन के लिए सभी सदस्यों का सहयोग मांगा. बैठक में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय, कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के विधायक बेदी राम, जनसत्ता दल लोकतांत्रिक पार्टी से विनोद सरोज मौजूद रहे.
विपक्ष के हंगामे के आसार: बजट सत्र से पहले समाजवादी पार्टी के कार्यालय पर विधायकों की अखिलेश यादव के अध्यक्षता में महत्वपूर्ण बैठक हुई है. सपा के विधायक आक्रामक रुख अपनाए हुए हैं. सपा विधायक नवाब इकबाल महमूद ने बताया कि सत्र के दौरान विपक्ष महंगाई, बेरोजगारी और कानून-व्यवस्था जैसे मुद्दों को प्रमुखता से उठाएगा. हमारी मांग है कि छुट्टी के दिन भी सदन चले, ताकि ज्यादा से ज्यादा चर्चा हो सके.
महाकुंभ हादसे पर नियम 56 के तहत चर्चा की मांग: विधायक जियाउद्दीन रिजवी ने कहा कि महाकुंभ में हुए हादसे को लेकर सरकार से जवाब मांगा जाएगा. इस हादसे में कई लोगों की जान गई, लेकिन सरकार ने अब तक सही आंकड़े तक नहीं दिए हैं. हम नियम 56 के तहत कम से कम दो घंटे तक इस मुद्दे पर चर्चा की मांग करेंगे. रिजवी ने कहा कि समाजवादी पार्टी के विधायक पहले दिन चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा पर प्रदर्शन करेंगे और फिर जनता से जुड़े मुद्दों को सदन में उठाएंगे. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने विधायकों को निर्देश दिए हैं कि वे किसानों, महंगाई, बेरोजगारी और कानून-व्यवस्था जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरें.
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