नई दिल्ली: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने सोमवार को चल रही कक्षा 10 और 12 की बोर्ड परीक्षाओं में प्रश्नपत्र लीक होने के दावों को खारिज कर दिया. साथ ही बोर्ड ने इसे निराधार बताते हुए इसे छात्रों और अभिभावकों के बीच दहशत पैदा करने का प्रयास बताया है.
बता दें कि सीबीएसई बोर्ड परीक्षाएं 15 फरवरी को शुरू हो चुकी हैं, इसमें भारत और विदेशों में 7,800 से अधिक केंद्रों पर 42 लाख से अधिक छात्र शामिल हो रहे हैं. बोर्ड अधिकारियों के मुताबिक कक्षा 10 के कुल 24.12 लाख छात्र 84 विषयों में परीक्षा दे रहे हैं, जबकि कक्षा 12 के 17.88 लाख से अधिक छात्र 120 विषयों में परीक्षा दे रहे हैं. एक आधिकारिक बयान में, सीबीएसई ने कहा है कि यह बोर्ड के संज्ञान में आया है कि कुछ लोग यूट्यूब, फेसबुक, एक्स और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर पेपर लीक के बारे में अफवाहें फैला रहे हैं या 2025 परीक्षा के प्रश्नपत्रों तक पहुंच होने का दावा कर रहे हैं.
बोर्ड ने कहा कि ये दावे निराधार हैं और इनका उद्देश्य अनावश्यक भय पैदा करना है. बोर्ड ने आश्वासन दिया कि उसने सुचारू और निष्पक्ष परीक्षा प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए कड़े कदम लागू किए हैं. सीबीएसई ने ऐसी गलत सूचनाओं से दूर रहने की चेतावनी भी दी है. साथ ही कहा है कि ऐसी गतिविधियों में संलिप्त पाए जाने वाले छात्रों पर सीबीएसई के अनुचित साधन नियमों और आईपीसी की प्रासंगिक धाराओं के तहत कार्रवाई की जाएगी.
सीबीएसई स्थिति पर बारीकी से नजर रख रही है और गलत सूचना फैलाने के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रही है.
बयान में कहा गया है कि सीबीएसई परीक्षा प्रक्रिया की अखंडता को बनाए रखने के लिए गलत सूचना फैलाने के लिए जिम्मेदार किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगा. बोर्ड ने छात्रों, अभिभावकों और स्कूलों से आग्रह किया है कि वे केवल सीबीएसई की वेबसाइट (www.cbse.gov.in) और सत्यापित सार्वजनिक चैनलों पर उपलब्ध आधिकारिक सूचनाओं पर ही भरोसा करें. बोर्ड ने अभिभावकों को यह भी सलाह दी है कि वे अपने बच्चों को असत्यापित खबरों पर विश्वास करने या उनसे जुड़ने से रोकें.
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