लखनऊ: आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह ने कहा कि जिला पंचायत सदस्य चुनाव में साफ-सुथरी छवि वाले प्रत्याशी को टिकट देने के लिए जिला स्तर पर चार सदस्यीय स्क्रीनिंग कमेटी का काम अंतिम चरण में है. आम आदमी पार्टी जिला पंचायत सदस्य के उम्मीदवारों की पहली सूची जल्द जारी करेगी. लखनऊ स्थित पार्टी मुख्यालय की तरफ से प्रदेश अध्यक्ष का बयान जारी किया गया है.
बेदाग छवि वालों को दिया जाएगा टिकट
आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने पंचायत चुनाव की तैयारियों के बारे में दी जानकारी देते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी पंचायत चुनाव पूरे दमखम के साथ लड़ेगी. इसके लिए पार्टी प्रदेश की हर जिला पंचायत सदस्य सीट पर अपने उम्मीदवार उतार रही है. जल्द ही पार्टी की ओर से जिला पंचायत सदस्य पद के उम्मीदवारों की पहली सूची घोषित कर दी जाएगी.
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह ने पंचायत चुनाव की तैयारियों के बारे में बताया कि पार्टी को प्रदेश भर से हजारों आवेदन मिले हैं. इनकी जांच करके साफ-सुथरी छवि वाले प्रत्याशी तलाशने का काम जिला स्तर पर चार सदस्यीय स्क्रीनिंग कमेटी को दिया गया है. पहली सूची करीब-करीब फाइनल हो चुकी है. स्क्रीनिंग कमेटी हर आवेदन का बारीकी से परीक्षण कर रही है. पार्टी किसी दागी को पंचायत चुनाव में प्रत्याशी नहीं बनाएगी.
इस मंशा के अनुरूप सभी सदस्य साफ-सुथरी राजनीति करने वाले प्रत्याशी देने के लिए गंभीरता से लगे हुए हैं. पार्टी के पदाधिकारी टिकट के दावेदारों की पूरी जानकारी लेकर उनसे बातचीत भी कर रहे हैं. आम आदमी पार्टी अपनी स्थापना के साथ साफ-सुथरी राजनीति के प्रति प्रतिबद्ध रही है. हम राजनीतिक भ्रष्टाचार और सियासत में गुंडे-माफिया का दखल खत्म करने के लिए राजनीति में आए हैं. पंचायत चुनाव में भी हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता यही है कि हमारे प्रत्याशी बेदाग छवि वाले लोग हों.
चुनाव में 'आप' की जीत पक्की
उन्होंने कहा कि प्रदेश में होने जा रहे पंचायत चुनाव में आम आदमी पार्टी की जीत पक्की है. भाजपा ने अभी से अपनी हार मान ली है. हार के डर से भाजपा ने पंचायत चुनाव पार्टी के सिंबल पर न कराने का निर्णय लिया है. सभाजीत सिंह ने बताया कि स्क्रीनिंग कमेटी में दिल्ली के एक विधायक जिनके पास संबंधित जिले के चुनाव प्रभारी की जिम्मेदारी है, शामिल हैं. उनके अलावा संबंधित जिलाध्यक्ष, जिला प्रभारी और पर्यवेक्षक स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्य हैं. सूची से जुड़े किसी विवाद की स्थिति में प्रदेश नेतृत्व स्क्रीनिंग कमेटी से विचार-विमर्श करके अंतिम फैसला लेगा.