ETV Bharat / state

विराट-अनुष्का ने बच्चों के साथ प्रेमानंद महाराज का लिया आशीर्वाद, परफार्मेंस सुधारने के लिए दिए टिप्स - VIRAT ANUSHKA PREMANAND MAHARAJ

अनुष्का शर्मा ने भक्ति मार्ग अपनाने की बात कही तो महाराज ने कहा, बहुत बहादुर हो, जो ये फैसला लिया है

Etv Bharat
विराट-अनुष्का ने बच्चों के साथ प्रेमानंद महाराज का लिया आशीर्वाद (Photo Credit; Nikunj Ashram)
author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 10, 2025, 6:37 PM IST

मथुरा: क्रिकेटर विराट कोहली ने पत्नी अनुष्का शर्मा और दोनों बच्चों के साथ शुक्रवारर को वृंदावन पहुंचकर संत प्रेमानंद महाराज के दर्शन कर आशीर्वाद लिया. प्रेमानंद महाराज ने दोनों को निकुंज आश्रम में पताका पहनकर आशीर्वाद दिया.

इस दौरान अनुष्का शर्मा ने संत प्रेमानंद महाराज से कहा कि 'मैं मन ही मन में आपसे वार्ता करती हूं. जैसे लगता है कोई मुझे कुछ प्रश्न पूछ रहे हैं. मेरे मन में आपसे मिलने के लिए अभिलाषा और उमंग थी. विराट कोहली और अनुष्का शर्मा ने कहा कि हर रोज आपका सत्संग सुनते हैं और अच्छा लगता है. हम आध्यात्मिक मार्ग पर चलना चाहते हैं. इस पर प्रेमानंद महाराज ने कहा कि हम सत्संग करके लोगों को प्रसन्नता देते हैं. विराट कोहली की पूरे भारत को प्रसन्न कर रहे हैं. अगर यह विजयी होते हैं तो पूरे भारत में पटाखे आतिशबाजी चलाई जाती है, पूरे भारत में आनंद मनाया जाता है, इनकी भी एक साधना है.

निकुंज आश्रम पहुंचे विराट और अनुष्का. (Video Credit; Nikunj Ashram)
प्रेमानंद महाराज ने कहा कि यह (विराट) अपना अभ्यास निरंतर जारी रखें. खेल जगत में पूरे भारत को जश्न का माहौल मिलता है. उन्होंने कहा कि अभ्यास पर देना चाहिए, इसमें कमी नहीं होनी चाहिए और बीच-बीच में नाम स्मरण कर लेना चाहिए. इनके लिए यही साधना है. अपने-अपने लक्ष्य को हम दृढ़ता के साथ निभाए तो उन्नति को प्राप्त होंगे. ये खेल जगत में खेल कर पूरे भारतवर्ष को प्रसन्न करते हैं और हम संत होकर आध्यात्मिक प्रवचन के माध्यम से लोगों को प्रसन्न करते हैं.


प्रेमानंद महाराज ने कहा कि दोनों को अलग-अलग सेवाएं मिली हैं. हमे आध्यात्मिक जीवन की सेवा मिली है और इनको खेल जगत की सेवा मिली है. दोनों का कार्य एक ही है, जो कि परमात्मा से जुड़ा हुआ है. लोगों को प्रसन्न करना, संसार को सुख पहुंच रहे हैं. सुख-दुख के अनुपात को दोनों ही मिलता है. कभी-कभी हमारा रन स्कोर बढ़ जाता है कभी-कभी गिरावट भी आती है. इससे मायूस नहीं होना चाहिए. सिर्फ परमात्मा का चंवर डोलाना ही सेवा है. इनका खेल भी एक तरह की सेवा है.

संत प्रेमानंद महाराज ने कहा आपका (विराट) अभ्यास पूरा होने के बाद भी विजय नहीं मिल पाती है. क्योंकि विजय एक को ही मिलती है. जब दूसरी टीम भी खेलती है तो उसको भी विजय प्राप्त होती है. भक्ति के मार्ग पर चलने के लिए धैर्य रखना बहुत जरूरी है.

इसे भी पढ़ें-प्रेमानंद महराज का वीडियो देख नाबालिग ने संत बनने को छोड़ा घर, आगरा पुलिस ने 48 घंटे में मथुरा से खोज निकाला

मथुरा: क्रिकेटर विराट कोहली ने पत्नी अनुष्का शर्मा और दोनों बच्चों के साथ शुक्रवारर को वृंदावन पहुंचकर संत प्रेमानंद महाराज के दर्शन कर आशीर्वाद लिया. प्रेमानंद महाराज ने दोनों को निकुंज आश्रम में पताका पहनकर आशीर्वाद दिया.

इस दौरान अनुष्का शर्मा ने संत प्रेमानंद महाराज से कहा कि 'मैं मन ही मन में आपसे वार्ता करती हूं. जैसे लगता है कोई मुझे कुछ प्रश्न पूछ रहे हैं. मेरे मन में आपसे मिलने के लिए अभिलाषा और उमंग थी. विराट कोहली और अनुष्का शर्मा ने कहा कि हर रोज आपका सत्संग सुनते हैं और अच्छा लगता है. हम आध्यात्मिक मार्ग पर चलना चाहते हैं. इस पर प्रेमानंद महाराज ने कहा कि हम सत्संग करके लोगों को प्रसन्नता देते हैं. विराट कोहली की पूरे भारत को प्रसन्न कर रहे हैं. अगर यह विजयी होते हैं तो पूरे भारत में पटाखे आतिशबाजी चलाई जाती है, पूरे भारत में आनंद मनाया जाता है, इनकी भी एक साधना है.

निकुंज आश्रम पहुंचे विराट और अनुष्का. (Video Credit; Nikunj Ashram)
प्रेमानंद महाराज ने कहा कि यह (विराट) अपना अभ्यास निरंतर जारी रखें. खेल जगत में पूरे भारत को जश्न का माहौल मिलता है. उन्होंने कहा कि अभ्यास पर देना चाहिए, इसमें कमी नहीं होनी चाहिए और बीच-बीच में नाम स्मरण कर लेना चाहिए. इनके लिए यही साधना है. अपने-अपने लक्ष्य को हम दृढ़ता के साथ निभाए तो उन्नति को प्राप्त होंगे. ये खेल जगत में खेल कर पूरे भारतवर्ष को प्रसन्न करते हैं और हम संत होकर आध्यात्मिक प्रवचन के माध्यम से लोगों को प्रसन्न करते हैं.


प्रेमानंद महाराज ने कहा कि दोनों को अलग-अलग सेवाएं मिली हैं. हमे आध्यात्मिक जीवन की सेवा मिली है और इनको खेल जगत की सेवा मिली है. दोनों का कार्य एक ही है, जो कि परमात्मा से जुड़ा हुआ है. लोगों को प्रसन्न करना, संसार को सुख पहुंच रहे हैं. सुख-दुख के अनुपात को दोनों ही मिलता है. कभी-कभी हमारा रन स्कोर बढ़ जाता है कभी-कभी गिरावट भी आती है. इससे मायूस नहीं होना चाहिए. सिर्फ परमात्मा का चंवर डोलाना ही सेवा है. इनका खेल भी एक तरह की सेवा है.

संत प्रेमानंद महाराज ने कहा आपका (विराट) अभ्यास पूरा होने के बाद भी विजय नहीं मिल पाती है. क्योंकि विजय एक को ही मिलती है. जब दूसरी टीम भी खेलती है तो उसको भी विजय प्राप्त होती है. भक्ति के मार्ग पर चलने के लिए धैर्य रखना बहुत जरूरी है.

इसे भी पढ़ें-प्रेमानंद महराज का वीडियो देख नाबालिग ने संत बनने को छोड़ा घर, आगरा पुलिस ने 48 घंटे में मथुरा से खोज निकाला

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.