लखनऊ: आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी राज्य सभा सदस्य संजय सिंह ने सोमवार को पत्रकारों से वार्ता करते हुए आरोप लगाया कि प्रदेश में कोरोना की जांच के नाम पर बड़ा फर्जीवाड़ा कराया गया. एक ही फोन नंबर पर 7343 लोगों की जांच हुई, जिन्होंने जांच ही नहीं कराई उनकी जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई. ऐसे लोगों में पत्रकार भी शामिल हैं.
राज्यपाल से करेंगे शिकायत
सांसद संजय सिंह ने कहा कि कोरोना को लेकर लापरवाही पर इंतजामी और फर्जीवाड़ा को लेकर वे प्रदेश के राज्यपाल से शिकायत करेंगे. इसके लिए राज्यपाल से समय मांगा है. उन्होंने केंद्र सरकार से तत्काल हस्तक्षेप किए जाने की मांग की. आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार के दावे के अनुरूप ना तो वेंटिलेटर का अता पता है और ना ही बेड का ही. उन्होंने एक बार फिर आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार जनता को कोरोना का इलाज मुहैया कराने में नाकाम रही है.
सरकार को सिर्फ चुनाव की चिंता
संजय सिंह ने कहा कि योगी सरकार को उन लोगों की कोई चिंता नहीं है, जिन्होंने उन्हें 325 सीटें देकर मुख्यमंत्री बनाया, उन्हें सिर्फ पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव की चिंता है.
टीका उत्सव हुआ फीका
आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री ने वैक्सीनेशन के लिए टीका उत्सव की घोषणा की, लेकिन उत्तर प्रदेश से वैक्सीन ही गायब हो गई. लखनऊ के कई सेंटरों पर वैक्सीन उपलब्ध ना होने पर हंगामा हो रहा है. गाजियाबाद कानपुर और प्रधानमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में भी वैक्सीन का टोटा है.
मुख्यमंत्री पर दर्ज हो प्राथमिकी
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सासंद संजय सिंह ने कहा कि लापरवाही बदनामी और हो रही मौतों के लिए मुख्यमंत्री को जिम्मेदार मानते हुए उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जानी चाहिए. राज्यपाल को चाहिए कि वह केंद्र को रिपोर्ट भेजें और केंद्र सरकार हस्तक्षेप कर कार्रवाई करें.
फर्जी जांच रिपोर्ट तैयार कराने वालों पर कार्रवाई करें मुख्यमंत्री: सभाजीत सिंह
आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह ने मंगलवार को कहा कि आम आदमी पार्टी के जगाने पर ही सही यदि मुख्यमंत्री जाग गए हैं तो अब उन्हें फर्जी कोरोना की जांच रिपोर्ट तैयार करने वालों पर कार्रवाई भी करनी चाहिए. सभाजीत सिंह ने कहा कि लखनऊ के डीएम खुद कह चुके हैं कि कोरोना से राजधानी में लोग सड़कों पर मर रहे हैं. सोमवार को आम आदमी पार्टी के यूपी प्रभारी संजय सिंह ने बेकाबू होते कोरोना संक्रमण को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और सरकार पर सवाल खड़े किए.