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ललितपुर: ओले से पान की खेती को नुकसान, किसानों ने की मुआवजे की मांग - मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शन

उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले में पान के किसानों ने कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन किया. किसानों का कहना है कि उनकी फसल को पाले से काफी नुकसान हुआ है. इसी के मुआवजे के लिए किसान प्रदर्शन कर रहे थे.

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किसानों ने की मुआवजे की मांग
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Published : Jan 7, 2020, 7:31 PM IST

ललितपुर: कड़ाके की ठंड और कोहरे के साथ गिरने वाले पाले के कारण पान की खेती को काफी नुकसान पहुंच रहा है. बानपुर गांव में पान की खेती को 50 फीसदी तक नुकसान हुआ है. पान की खेती करने वाले किसानों की रोजी-रोटी पर भी संकट मंडरा रहा है. परेशान किसानों ने कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन करते हुए मुआवजे की मांग की. वहीं अपर जिलाधिकारी ने पान की खेती के नुकसान की जांच के लिए संबंधित एसडीएम और तहसीलदार को निर्देशित किया है.

किसानों ने की मुआवजे की मांग.

पान किसानों का कहना है कि हम लोग पान की खेती करते हैं. करीब बीस सालों से पान की खेती करते आए हैं और खेती से ही गुजारा होता है. ठंड, कोहरा और ओलावृष्टि की वजह से पूरी पान की खेती चौपट हो गई है. उन्होंने कहा कि अब पान की खेती करने के अलावा हम लोगों के पास कोई अन्य साधन नहीं है. किसानों ने जिलाधिकारी से मुआवजा दिलाने की मांग की है. उनका कहना है कि पान की खेती का बीमा नहीं होता है. बीमा की मांग करने पर मना कर दिया जाता है.

इसे भी पढ़ें- लखनऊः पूर्व आईजी एसआर दारापुरी और कांग्रेस कार्यकर्ता सदफ जफर रिहा

वहीं अपर जिलाधिकारी का कहना है कि हमारे यहां बानपुर और पाली गांव में पान की खेती की जाती है, लेकिन इस साल ओला पड़ने से पान की खेती को नुकसान हुआ है. पाले से पान की खेती के नुकसान की बात को संबंधित एसडीएम और तहसीलदार को निर्देशित कर दिया है. मामले की जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी.

ललितपुर: कड़ाके की ठंड और कोहरे के साथ गिरने वाले पाले के कारण पान की खेती को काफी नुकसान पहुंच रहा है. बानपुर गांव में पान की खेती को 50 फीसदी तक नुकसान हुआ है. पान की खेती करने वाले किसानों की रोजी-रोटी पर भी संकट मंडरा रहा है. परेशान किसानों ने कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन करते हुए मुआवजे की मांग की. वहीं अपर जिलाधिकारी ने पान की खेती के नुकसान की जांच के लिए संबंधित एसडीएम और तहसीलदार को निर्देशित किया है.

किसानों ने की मुआवजे की मांग.

पान किसानों का कहना है कि हम लोग पान की खेती करते हैं. करीब बीस सालों से पान की खेती करते आए हैं और खेती से ही गुजारा होता है. ठंड, कोहरा और ओलावृष्टि की वजह से पूरी पान की खेती चौपट हो गई है. उन्होंने कहा कि अब पान की खेती करने के अलावा हम लोगों के पास कोई अन्य साधन नहीं है. किसानों ने जिलाधिकारी से मुआवजा दिलाने की मांग की है. उनका कहना है कि पान की खेती का बीमा नहीं होता है. बीमा की मांग करने पर मना कर दिया जाता है.

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वहीं अपर जिलाधिकारी का कहना है कि हमारे यहां बानपुर और पाली गांव में पान की खेती की जाती है, लेकिन इस साल ओला पड़ने से पान की खेती को नुकसान हुआ है. पाले से पान की खेती के नुकसान की बात को संबंधित एसडीएम और तहसीलदार को निर्देशित कर दिया है. मामले की जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी.

Intro:एंकर-ललितपुर जिले में कड़ाके की ठंड और कोहरे के साथ गिरने वाले पाले के कारण पान की खेती को काफी नुकसान पहुंच रहा है.जिससे अब तक ग्राम बानपुर में पान की खेती को 50 फीसदी तक नुकसान हो गया है.जिससे पान की खेती करने वाले किसानों की रोजीरोटी पर भी संकट मंडरा रहा है.परेशान किसानों ने कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन करते हुए मुआवजे की मांग की.वहीं अपर जिलाधिकारी ने पान की खेती के नुकसान की जांच के लिए संबंधित एसडीएम व तहसीलदार को निर्देशित कर दिया.


Body:वीओ-बताते चलें यहाँ के पान की खेती करने वाले किसानों को अब तक सरकार के द्वारा किसी भी नुकसान का मुआवजा नहीं मिलता है और न ही किसी भी प्रकार की राहत मिलती है.जिसके चलते आधे से ज्यादा यहाँ पर पान की खेती करने वाले व्यवसाय करने वाले पान व्यवसायी परिवार का पालन पोषण करने के लिए अन्य प्रदेशों में पलायन कर गए है और जो किसान यहाँ पान की खेती कर रहे है उनका स्थिति काफी दयनीय हो चुकी है.घर चलाने के लिए साल भर मेहनत करने के बाद अत्यधिक ठंड में कोहरे व पाले से साल भर मेहनत पर पानी फिर जाता है.लेकिन सरकार ने अब तक इनकी ओर कोई ध्यान नही दिया.जबकि यहाँ का पान देश के कोने कोने तक जाता है।

बाइट-वही पान किसानों का कहना है कि साल भर ताबड़तोड़ मेहनत की हमने और हमारी पान की खेती तुषार और पाला से पूरी की पूरी खराब हो चुकी है.बीबी बच्चों को पालने के लिए परेशान है और खाने के लाले पड़ गए है.हम देशी पान पैदा करते है.हमारा पान दूर-दूर सहारनपुर, मेरठ,रामपुर, बरेली,अलीगढ़ तक जाता है.हर जगह बिकता है ये देशी पान है और ये पूरा का पूरा खराब हो गया है हम लोग परेशान है.कोई आय का साधन नही है इसी से हम लोग पलते है.हम लोग इसका मुआवजा चाहते है.सरकार से मांग कर रहे है लेकिन पान का बीमा देने को तैयार नही हैं
बाइट-गणेश प्रसाद चौरसिया (पान किसान)

बाइट-वही अन्य पान किसान का कहना है कि हम लोग पान की खेती करते है, बीसों सालों से करते आये है और खेती से बच्चों का गुजारा होता है पान की खेती से ही करते है तो ठंड,कोहरा और ओलावृष्टि की वजह से पूरी पान की खेती चौपट हो गई है.अब पान की खेती करने के अलावा हम लोगो के पास न तो कृषि है गुजारा चलता था सिर्फ पान की खेती से चलता था.डीएम से मांग करने आये है कि जल्द से जल्द हम लोगों को मुआवजा दिलाया जाये.ताकि हम बच्चों का गुजारा कर सके.पान कि खेती का बीमा नही होता है,मांग की थी लेकिन मना कर रहे है कि पान की खेती बीमा नही होता है

बाइट-सुनील चौरसिया (पान किसान)


Conclusion:बाइट-वहीं अपर जिलाधिकारी का कहना है कि हमारे यहाँ बानपुर में और पाली गांव में पान की खेती की जाती है लेकिन इस साल ओला पड़ा है,तो बानपुर और पाली में ओला का नही पड़ा.जहाँ तक कोहरा व पाले से पान के नुकसान की बात.इसको संबंधित एसडीएम और तहसीलदार को निर्देशित कर दिया है कि जांच कर ले.जांच के उपरांत नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी.

बाइट-अनिल कुमार मिश्रा (अपर जिलाधिकारी, ललितपुर)
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