लखीमपुर खीरी: उत्तर प्रदेश के दुधवा टाइगर रिजर्व, पीलीभीत टाइगर रिजर्व समेत कतर्नियाघाट और किशनपुर वन्यजीव विहार के द्वार 15 नवम्बर से सैलानियों के लिए खुल जाएंगे. पहले ही दिन से दुधवा टाइगर रिजर्व हाउसफुल हो गया है. दुधवा टाइगर रिजर्व के फील्ड डॉयरेक्टर संजय पाठक का कहना है कि हमने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं.
ऑनलाइन बुकिंग कराकर पहुंच रहे सैलानी
यूपी में वाइल्ड लाइफ के शौकीन लोगों के लिए खुशखबरी है. दुधवा टाइगर रिजर्व समेत यूपी के ज्यादातर वाइल्ड लाइफ सफारी 15 नवम्बर से खुल जाएंगे. दुधवा टाइगर रिजर्व में सैलानी जिप्सी सफारी से घूम सकेंगे. इस बार पार्क प्रशासन ने जिनोन गाड़ियों की व्यवस्था की है. ऑनलाइन बुकिंग कराकर सैलानी 14 नवम्बर से ही यहां पहुंचने लगे हैं.
जंगली जानवरों की है अच्छी रिहायश
इंडो-नेपाल बॉर्डर के खीरी जिले में दुधवा टाइगर रिजर्व तराई के जंगलों में बसा है. 840 वर्ग किलोमीटर में फैले दुधवा टाइगर रिजर्व में बाघों के साथ जंगली हाथी, गैंडा और पांच प्रकार के हिरण पाए जाते हैं. साल-सागौन के बड़े-बड़े पेड़ों के बीच हरे-भरे जंगल और वाटर होल्स जंगली जानवरों की अच्छी रिहायश है.
स्थानीय लोगों को मिलेगा रोजगार
यूपी टूरिज्म ने इस बार सैलानियों के लिए दुधवा में थारू हट्स के साथ होम स्टे की भी व्यवस्था कराई है. किशनपुर दुधवा के पास पांच होम स्टे भी चिन्हित किए गए हैं, जहां सैलानी घर जैसा फील ले सकते हैं. इससे स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा.
थारू संस्कृति को समझ सकेंगे सैलानी
फारेस्ट रेस्ट हाउसेज के साथ थारू हट और थारू संस्कृति को समझने का मौका भी सैलानियों को मिलेगा. थारुओं के बनाए हैंडीक्राफ्ट उत्पाद भी सैलानी खरीद सकते हैं. इसमें आर्गेनिक मसाले भी शामिल हैं.
हाथी की सवारी का ले सकेंगे लुत्फ
दुधवा में इस साल ट्रेंड हो चुके कर्नाटक से आए हाथी भी सैलानियों को घुमाने का काम करेंगे. दुधवा के फील्ड डॉयरेक्टर संजय पाठक कहते हैं कि हाथी पूरी तरह से ट्रेंड हो गए हैं. अब यहां आने वाले सैलानी हाथी की सवारी का लुत्फ भी ले सकेंगे.
इसे भी पढ़ें- पर्यटकों के पीछे-पीछे आने लगा बाघ, देखें फिर क्या हुआ