कौशांबी: जिले में डायरिया ने एक बार फिर पैर पसारना शुरू कर दिया है. चायल में कई दिनों से लोग को उल्टी और दस्त से परेशान हैं. डायरिया से ग्रसित तीन लोगों की जान जा चुकी है. लोगों की मौत होने पर स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है. जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने कैंप लगाकर पीड़ितों को दवा वितरित करना शुरू कर दिया है. इसके साथ ही कस्बे में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया गया है.
बता दें कि चायल तहसील क्षेत्र में दूषित पानी पीने से लोग डायरिया की चपेट में आ गए हैं. पूरे कस्बे में गंदगी का अंबार लगा हुआ है. स्थानीय लोगों के मुताबिक नालियों से होकर गुजरी पानी की पाइपलाइन कई जगह टूटी हुई है. इसके चलते नाली का गंदा पानी पाइपलाइन के जरिए लोगों के घरों में पहुंच रहा है. कस्बे के लोग वही दूषित पानी पीने के लिए मजबूर हैं.
दूषित पानी पीने से लोग उल्टी और दस्त के साथ बुखार जैसी समस्याओं से पीड़ित हैं. तमाम गरीब लोग अपना इलाज झोलाछाप डॉक्टरों से करा रहे हैं. इससे उनकी मौत भी हो रही हैं. डायरिया की जानकारी मिलने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम बस्बे में में पहुंची है. इसके बाद टीम ने कैंप लगाकर बीमार लोगों को दवा वितरण शुरू कर दिया है.
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मामले में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सुष्पेंद्र कुमार का कहना है कि पाइप डैमेज की वजह से लोग दूषित पानी पी रहे हैं, जिसके वजह से वो डायरिया के शिकार हो रहे हैं. टीम भेजकर सभी का इलाज किया जा रहा है. लोगों को क्लोरीन की गोली वितरित की गई हैं. इसके साथ ही कस्बे में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कराया गया है.
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